India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Vikata Sankashti Chaturthi 2024: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा करने की परंपरा है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान गणेश की पूजा करने से कार्यों में शुभ परिणाम मिलते हैं। भगवान गणेश को समर्पित संकष्टी चतुर्थी हर महीने में दो बार मनाई जाती है। वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाने वाली संकष्टी चतुर्थी व्रत को विकट संकष्ट चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा और व्रत करने की परंपरा है। आइए जानते हैं इस साल विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब है, शुभ मुहूर्त और क्या है इसका महत्व चलिए जानते है।
विकट संकष्टी चतुर्थी 2024 कब है?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 27 अप्रैल को सुबह 8:17 बजे शुरू होगी। इसका समापन अगले दिन 28 अप्रैल को सुबह 8 बजकर 21 मिनट पर होगा. इसे देखते हुए विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत 27 अप्रैल को रखा जाएगा। इस दिन रात्रि 10.23 बजे तीव्र चंद्रोदय होगा। इस दिन पूजा का शुभ समय सुबह 07:22 बजे से 09:01 बजे तक है.
विकट संकष्टी चतुर्थी का महत्व,(Vikata Sankashti Chaturthi 2024)
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी व्यक्ति विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखता है, भगवान गणेश उसे संकटों से मुक्त कर देते हैं। इसके साथ ही मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। कहा जाता है कि रात के समय चंद्रमा की पूजा करने से मानसिक शांति भी मिलती है।
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