India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़),Rajasthan: राजस्थान के जयपुर में पुलिस अफसरों ने एक मासूम बच्चे का सफना पूरा किया है। जोकि बड़ी बीमारी से पीड़ित है। बता दें किृ, पूरा मामला जयपुर के गांधीनगर थाने का है। 8 साल का हिमांशु थैलेसीमिया से पीड़ित है। के हिमांशु सैनी को 2 घंटे के लिए गांधीनगर थाने का सीआई बनाया गया। इस दौरान हिमांशु को पुलिस की वर्दी में सीआई की कुर्सी पर बैठाया गया. थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों से हिमांशु सीआई बनकर मिला। पुलिसकर्मियों के साथ चाय पीते हुए हिमांशु ने ड्यूटी और परिवार से जुड़े सवाल भी पूछे.
क्या है पूरा मामला ?, (Rajasthan)
यह पहल करने वाले गांधी नगर थाने के सीआई उदयभान यादव का कहना है कि बांदीकुई निवासी हिमांशु सैनी को थैलेसीमिया के इलाज के लिए हर महीने जयपुर आना पड़ता है. पिता से बातचीत के दौरान यह बात सामने आई कि हिमांशु एक पुलिस अधिकारी बनना चाहता है. वह पुलिस की वर्दी पहनना चाहता है. यही वजह है कि उन्हें दो घंटे का सीआई बनाया गया. थैलेसीमिया एक आनुवंशिक रक्त विकार है जो शरीर की सामान्य हीमोग्लोबिन उत्पादन करने की क्षमता को प्रभावित करता है। ऐसे रोगियों में स्वस्थ हीमोग्लोबिन प्रोटीन कम उत्पन्न होता है।
थैलेसीमिया बीमारी क्या है।
थैलेसीमिया एक आनुवंशिक रक्त विकार है जो शरीर की सामान्य हीमोग्लोबिन उत्पादन करने की क्षमता को प्रभावित करता है। ऐसे मरीज़ कम स्वस्थ हीमोग्लोबिन प्रोटीन का उत्पादन करते हैं, और उनकी अस्थि मज्जा कम स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करती है। भारत में हर साल लगभग 10,000 बच्चे थैलेसीमिया से पीड़ित पैदा होते हैं।
थैलेसीमिया कितने प्रकार के होते है?
थैलेसीमिया के विभिन्न प्रकार होते हैं और किसी व्यक्ति को किस प्रकार का थैलेसीमिया हो सकता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि उन्हें कितने दोषपूर्ण जीन विरासत में मिले हैं। थैलेसीमिया मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है, एक बीटा थैलेसीमिया जो प्रमुख और लघु उपप्रकार होता है और दूसरा अल्फा थैलेसीमिया जो हीमोग्लोबिन एच और भ्रूण हाइड्रोप्स उपप्रकार होता है।
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