India News (इंडिया न्यूज़ ), Ganesh Chaturthi : गणेशोत्सव और गणेश चतुर्थी के नाम से जाने वाला यह त्योहार पूरे देश में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। भारत के अलग-अलग कोने में गणेश चतुर्थी की जोरदार तैयारी होती हैं। बता दें,10-दिवसीय उत्सव अधिकांश घरों में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना के साथ शुरू होता है, और फिर आखिर में गणेश विसर्जन के साथ समाप्त होता है। राजस्थान के धौलपुर से वीरेंद्र गोस्वामी की रिपोर्ट के अनुसार, कल यानी 19 सितंबर को देश भर में गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी पर शुभ मुहूर्त में 19 सितंबर को गणपति बप्पा का आगमन होगा। उत्सव में जगह जगह जयकारे लगेंगे। तो हर राह पर श्रद्धा का भाव बनेगा।
धार्मिक उत्सव को लेकर मूर्तिकार भी प्रतिमाओं में भाव के रंग भरने लगे हैं। यहां पर चार-पांच आकार की प्रतिमाओं में भगवान के रूप तैयार हो रहे हैं। अच्छी बिक्री की उम्मीद में मूर्तिकार भी उम्मीदों से खिले हुए हैं। प्रतिमाओं की बेहतर बिक्री को लेकर मूर्तिकार रंग के साथ साथ भावनाओं के रंग भी मूर्तियों में भरकर गजानन की प्रतिमाओं को संवारने में लगे हैं। शहर भर में गणेश चतुर्थी पर घर और सार्वजनिक पांडालों में गजानन को विराजित करने की तैयारियां होने लगी हैं। युवा श्रद्धालुओं की टोली इसके लिए जुटने लगी है।
बता दें कि एक अनुमान के अनुसार जिले में 200 से अधिक स्थानों पर बप्पा को विराजमान किया जाएगा। शहर में ही 50 से अधिक स्थानों पर गणपति आराधना की तैयारी होने लगी है। जिला अस्पताल के पीछे गणपति की प्रतिमाओं में रंग भरने में जुटे मूर्तिकार ने बताया “पीओपी और जूट आदि से प्रतिमाएं बनाई जा रही हैं। उनके दादा पहले कहीं बाहर से प्रतिमा बनाने का काम सीखकर आए थे। अब उनके बाद वह इस काला को निखार रहे हैं।”