India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Gangaur: लेक सिटी उदयपुर में गणगौर का जश्न वेडिंग स्टाइल में मनाया गया. यहां लोग शाही सवारी निकलने का इंतजार करते हैं। ये 150 साल पुराना है. उदयपुर के गणगौर महोत्सव को देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। इस अवसर पर 3 दिवसीय उत्सव होता है।
देश-दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर झीलों की नगरी उदयपुर में गणगौर पर्व धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर विभिन्न समुदाय की गणगौरें सज-धज कर पिथलेला डील के तट पर पहुंचीं. इस अनूठे उत्सव का हिस्सा बनने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा पहनकर प्रसिद्ध ग्वार घाट पर एकत्र हुईं। इस अनूठे उत्सव को देखने के लिए देश-विदेश के कई शहरों से पर्यटक लेकसिटी आए हैं. पिछोला झील में शाही नाव पर गणगौर की सवारी देखने के लिए भीड़ उमड़ी.
इस शाही सवारी में महिलाएं और पुरुष राजपूती अंदाज में सज-धज कर बैठे थे. गणगौर की परंपरा को निभाते हुए पिछोला झील में गणगौर यात्रा निकाली गई. उदयपुर शहर में ये खास परंपरा करीब 150 साल से चली आ रही है. गणगौर की यह खास सवारी शाही अंदाज में निकाली जाती है। इसके साथ ही विभिन्न समाज की महिलाएं अपनी गणगौर लेकर गणगौर घाट पहुंचीं। विभिन्न प्रकार की झांकियां भी निकाली गईं।
गणगौर पर तीन दिवसीय उत्सव शुरू हो गया है. पर्यटन विभाग हर वर्ष मेवाड़ महोत्सव का आयोजन करता है। इसमें उदयपुर, गोगुंदा और राजसमंद में विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. इसमें राजस्थान के प्रमुख कलाकारों को आमंत्रित किया जाता है और वे इस कार्यक्रम में अपनी विशेष प्रस्तुतियाँ देते हैं। विदेशी युवक-युवतियां भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनते हैं और राजस्थानी अंदाज में परफॉर्मेंस देते हैं.
Also Read: