India News Rajasthan (इंडिया नयूज़), Rajasthan Politics: राजस्थान के जयपुर में लोकसभा चुनाव से पहले सियासह शुरू हो चुकी है। इसी बीच राजस्थान कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। बता दें कि, पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लगभग 400 पार्टी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस ने नागौर लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के साथ गठबंधन किया है और इसे RLP के लिए खाली छोड़ दी. कांग्रेस ने यहां नागौर सांसद और आरएलपी (RLP) चीफ हनुमान बेनीवाल को मैदान में उतारा है.
कांग्रेस नेता- पूर्व विधायक भाराराम, कुचेरा नगर पालिका चेयरपर्सन तेजपाल मिर्धा और सुखाराम डोडवाडिया के निलंबन के तुरंत बाद नागौर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया था. निलंबन का विरोध करते हुए तीनों कांग्रेस नेताओं ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.
दरअसल तेजपाल मिर्धा ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी थी, जिसमे उन्होंने कहा था कि, “विधानसभा चुनाव के वक्त नागौर में कांग्रेस मजबूत थी। कांग्रेस ने उस वक्त 8 में से 4 सीटें जीती थी. लोकसभा चुनाव में स्थिती उतनी ही मजबूत थी। इसके बाद भी RJP के साथ गठबंधन क्यों किया गया.
वहीं कांग्रेस आलाकमान ने स्थानीय कांग्रेस राज्य इकाई की सहमति के बिना RLP के साथ गठबंधन किया. RLP ने पूरे जिले में कांग्रेस को हराने का काम किया था. हमने कभी BJP के साथ मंच शेयर नहीं किया. उसके बाद भी हमे पार्टी से निकाला गया। कांग्रेस ने बिना किसी सूचना के सीधे तुगलकी फरमान जारी कर दिया.
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