India News Rajasthan ( इंडिया न्यूज ) Bharatpur News: पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह की पत्नी दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध सिंह ने पूर्व राजपरिवार में विवाद के लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत को जिम्मेदार ठहराया है। पूर्व सांसद दिव्या सिंह और अनिरुद्ध सिंह ने अशोक गहलोत पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि गहलोत साहब ने हमारे पारिवारिक झगड़े की आग में घी डालने का काम किया। साथ ही पूछा कि अशोक गहलोत ने मोती महल की सुरक्षा क्यों हटाई?
पूर्व राजपरिवार के विवाद को लेकर पूर्व सांसद दिव्या सिंह और अनिरुद्ध सिंह ने पंचायत के बाद बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान दिव्या सिंह और अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि भरतपुर राजघराने की आपसी कलह के बीच पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने आग में घी डालने का काम किया और हमारे जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया। गहलोत के निर्देश पर हमारी कॉल रिकॉर्ड की गईं। मोती महल से सुरक्षा गार्ड भी हटा दिया गया।
उन्होंने कहा कि गहलोत राज में हमें धमकी भरे फोन आए। हमने ढाई साल पहले भरतपुर एसपी को पत्र लिखकर इसकी शिकायत भी की थी। मोती महल के बाहर सौंदर्यीकरण के काम को भी गहलोत ने ही रुकवाया था। जब मोती महल से सुरक्षा गार्ड हटा दिया गया तो हमने कई बार गहलोत से मिलने का समय मांगा। लेकिन, मिलने का समय नहीं मिल। आख़िर मेरी समझ में यह नहीं आ रहा कि गहलोत साहब हमारे निजी विवाद में क्यों पड़ गये? पैंघोर में हुई महापंचायत को लेकर दिव्या सिंह ने कहा कि पंचायत का कोई खास अस्तित्व नहीं है।
अनिरुद्ध सिंह ने विश्वेंद्र सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व राजपरिवार की कीमती संपत्ति बेच दी गई. इसकी जानकारी उन्हें संपत्ति की नीलामी होने के बाद हुई। इनमें बरैठा का किशन महल, शिमला की कोठी, माउंट आबू में भरतपुर हाउस, आगरा में हरि पर्वत कोठी, पुष्कर में घाट, गोवर्धन मुकुट मुखारबिंद मंदिर, महारानी श्रीजया गिरिराज मंदिर गोवर्धन, गोवर्धन में पूर्व राजपरिवार की छतरी और मोक्षधाम शामिल हैं। कोठी. किला परिसर में स्थित महल खस को बेच दिया गया।
इधर, मंगलवार को कुम्हेर के पैंघोर गांव स्थित चामड़ माता मंदिर पर पूर्व प्रधान यदुवीर सिंह कौनेर की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह, उनकी पत्नी पूर्व सांसद दिव्या सिंह और उनके बेटे अनिरुद्ध सिंह के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत की गई।
साथ ही मंत्री के बेटे अनिरुद्ध सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर जाट समुदाय को लेकर की गई टिप्पणी की निंदा की गई। बैठक के बाद विश्वेंद्र सिंह के समर्थक प्रताप सिंह महावर के नेतृत्व में उनसे मिले। इसमें बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी दी गयी. माना जा रहा है कि जल्द ही एक महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पूर्व राजपरिवार के विवाद को सुलझाने पर चर्चा की जाएगी।
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