India News(इंडिया न्यूज़ )Jaipur: राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट इन दिनों ‘जन संघर्ष यात्रा’ को लेकर खूब सुर्खियों में हैं। बता दें कि सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार और पेपर लीक मामले में अशोक गहलोत सरकार से तीन मांगें रखी हैं। इसके अलावा पेपर लीक से जिन बच्चों का आर्थिक नुक़सान हुआ है, उन्हें उचित मुआवज़ा देने की मांग के अलावा वसुंधरा राजे सरकार पर लगाए आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है।
जनसंघर्ष सभा में हमने 3 मांगें रखी हैं :
– वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन हो
– भ्रष्टाचार और पेपर लीक की लगातार घटनाओं के कारण वर्तमान RPSC का पुनर्गठन और चयन प्रक्रिया के लिए स्पष्ट संस्थात्मक मापदण्ड एवं पारदर्शिता सुनिश्चित हो
— Sachin Pilot (@SachinPilot) May 16, 2023
पायलट को जन संघर्ष यात्रा से क्या हासिल हुआ
बता दें कि यात्रा से जुड़े सवाल पर सचिन पायलट ने बीबीसी से कहा, “मैंने एक अनशन किया और तमाम कोशिशों के बाद जब मुझे लगा कि कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। तब लोगों की भावनाओं को एकत्रित कर उनकी आवाज बनने के लिए हम सड़कों पर आए।” पहले दिन से जयपुर तक यात्रा में शामिल अजमेर के 26 वर्षीय शेरू गुर्जर कहते हैं, “सचिन पायलट ने सही मांग उठाई है। युवाओं को पेपर लीक से हताशा होती है। भ्रष्टाचार के कारण लोगों के काम नहीं होते हैं। मैं यात्रा में शामिल होने के लिए गांव से अकेला आया हूं।
जनसंघर्ष सभा में हमने 3 मांगें रखी हैं
- वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन हो
- भ्रष्टाचार और पेपर लीक की लगातार घटनाओं के कारण वर्तमान RPSC का पुनर्गठन और चयन प्रक्रिया के लिए स्पष्ट संस्थात्मक मापदण्ड एवं पारदर्शिता सुनिश्चित हो
- पेपर लीक से प्रभावित युवाओं को उचित आर्थिक मुआवजा