India News Rajasthan (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: राजस्थान के अलवर में ACB ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 डॉक्टरों सहित एजेंट को रंगेहाथ घूस लेते पकड़ा है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो इन दिनों राजस्थान में लगातार बड़ी कार्रवाई करती नजर आ रही है। आरोपियों के खिलाफ आगे की जांच पुलिस उपमहानिरीक्षक कालूराम रावत के निर्देशन में की जा रही है।
एंटी करप्शन ब्यूरो की अलवर इकाई ने रविवार को एक शिकायतकर्ता से 25,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में दो चिकित्सा अधिकारियों और एक दलाल को गिरफ्तार किया। एसीबी ने अलवर जिले के प्रतापगढ़ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. समर्थ लाल मीना, डॉ. योगेश शर्मा और उनके दलाल सुनील गोयल को शिकायतकर्ता से 25,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
मामले की जानकारी देते हुए एसीबी के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरा ने बताया कि, ‘एसीबी अलवर-भिवाड़ी इकाई को एक शिकायत दी गई थी कि प्रतापगढ़ पुलिस स्टेशन में दर्ज पारिवारिक झगड़े के दौरान प्राप्त गंभीर चोटों की अनुकूल मेडिको लीगल सर्टिफिकेट (एमएलसी) रिपोर्ट जारी करने के लिए अलवर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापगढ़ के दोनों चिकित्सा अधिकारियों डॉ समर्थ लाल मीना और डॉ योगेश शर्मा ने 1 लाख रुपये की रिश्वत राशि की मांग की है।’
एसीबी जयपुर के पुलिस उप महानिरीक्षक कालूराम रावत के सुपरविजन में और एसीबी अलवर-द्वितीय के पुलिस उपाधीक्षक परमेश्वर लाल के नेतृत्व में भिवाड़ी यूनिट ने अपनी टीम के साथ जाल बिछाया गाया। आरोपी डॉ. समर्थ लाल मीना, डॉ. योगेश शर्मा और उनके दलाल सुनील गोयल को परिवादी से 25,000 रुपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी डॉ. योगेश शर्मा पहले ही सत्यापन प्रक्रिया के दौरान शिकायतकर्ता से 15,000 रुपये की रिश्वत ले चुका था।
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