India News(इंडिया न्यूज़), Heating Rod: सर्दी का आगमन हो चुका है। माना अभी कंबल, रजाीी का मौसम नहीं है, पर इस भिन्नी-भिन्नी सी ठंड में सुबह ठंडे पानी से नहाना भी मुश्किल है। जिस वजह से नहाने के लिए गर्म पानी का होना अवश्यक है। ऐसे में कुछ लोग हीटिंग रॉड का इसतमाल करते है। असल दिक्कत उन्हें आती है जिन्हें गैस स्टोव पर पानी गर्म करना पड़ता है।
हीटिंग रॉड को इमर्शन रॉड भी कहा जाता है। इमर्शन रॉड को लगाकर ऐसे न छोड़े । ये मैन्युअल रूप से काम करते हैं जिस कारण वे ऑटो-कट नहीं होती है। जिस कारण यह ज़रूरी है कि आप इस बात का ध्यान रखें।
यदि आपकी हीटिंग रॉड पूरी तरह से पानी में डूबी नहीं है तो इसे न चालु करें इसे आपकी बाल्टी पिघल भी सकती है। इसके साथ गर्म होने पर पहले स्विच आफ करें उसके बाद ही पानी का टेम्प्रेचर चैक करें। इमर्शन रॉड को तुरंत न हटाएं। इसे बंद करने के बाद कम से कम 10 सेकंड के लिए डुबे रहने दें। जिससे गर्मी एक समान हो जाए।
मेटल बिजली का अच्छा कंडक्टर होता है। जिस कारण पानी रॉड से गर्म करते समय कभी भी मेटल का प्रयोग न करें। इससे गंभीर दुर्घटना हो सकती है। किसी स्सते और टिकाउ हीचिंग रॉड के चक्कर में न पड़े। हमेशा अच्छी क्वालिटी ही प्रेफर करें । रॉड से करंट की चपेट में आने के केसीस बहुत आम है, तो ऐसे हबादसों से सावधान रहे।
हीटिंग रॉड इस्तेमाल करते समय प्लास्टिक की बाल्टी का उपयोग करना सुरक्षित है। परंतु इसमें भी रॉड को ओवरहीट न होने दे। यदि रॉड ज्यादा देर प्लास्टिक की बाल्टी में पड़ी रहेगी तो बाल्टी पिघल जाएगी या कॉइल जल जाएगा।
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