India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan: राजस्थान के CM भजनलाल सरकार हर दिन अपने नए फैसलों से जनता को चौंका रहे है। प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में लिया गया एक फैसा लोगों के दिल जीत रहा है, साथ ही काफी चर्चा में है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा पिछले दिनों सरकारी तथा निजी स्कूलों के साथ रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की गई। इस बैठक में उनके द्वारा वैलेंटाइन डे को ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस’ के रुप में मनाने में को लेकर चर्चा हुई। बैठक में उनका कहना था कि ‘मातृ पितृ पूजन दिवस’ को नए शैक्षणिक सत्र के कैलेंडर में भी शमिल किया जाए।
दिलावर द्वारा मीडिया से बातचीत में कहा गया कि ”यह सच है कि वैलेंटाइन डे की शुरुआत हमारे देश में नहीं हुई। देश में जिस तरह से इसे मनाया जाता है, वह भी सही नहीं है। उन्होंने राज्यसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी का हवाला देते हुए कहा कि, जब वे शिक्षा मंत्री थे तो, उन्होंने इस दिन स्कूलों में ‘मातृ पितृ पूजन दिवस’ शुरू करने का विचार किया था। जिस पर अब हम अध्ययन करेंगे।हालांकि, इस बार समय कम है, लेकिन, अगले साल हम इस पर काम करेंगे।”
2019 में कांग्रेस ने किया था इस फैसले को निरस्त
राजस्थान की पिछली सरकार द्वारा अप्रैल 2018 में 14 फरवरी को हर स्कूल में ‘मातृ पिता पूजन दिवस’ मनाने के आधिकारिक आदेश जारी किए गए थे। परंतु, इसके बाद 2018 में कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के बाद तुरंत इसमें बदलाव किए गए। तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा इस आदेश को लागू नहीं किया गया। अब दिलावर पुराने आदेश को फिरसे नए सिरे से लागू करने जा रहे है।
वहीं र्व्यवहार करने वाले शिक्षकों को लेकर भी उन्होंने कहा कि, दुर्व्यवहार करने वाले शिक्षकों और अधिकारियों की संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया जाएगा। गड़बड़ी करने वाले शिक्षकों और अधिकारियों को चिह्नित करने का काम शुरू किया जा चुका है। वक्त आने पर उन पर गाज गिरनी पक्की है।
प्रदेश के स्कूलों में ‘सूर्य नमस्कार’ को आवश्यक करने से लेकर दिलावर तक उनका कहना था, “सूर्य भगवान अंधकार दूर करते हैं, सभी प्रकार की बीमारियों को दूर करते हैं। इसी वजह से स्कूलों में सूर्य नमस्कार अनिवार्य करने का फैसला किया गया है।”
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