India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan Politics: राजनीति की कर्मठ और निडर मशाल रही कमला बेनीवाल का 97 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने न सिर्फ राजस्थान और गुजरात की राजनीति में अपना अमिट छाप छोड़ा, बल्कि देश के निर्माण में भी अहम भूमिका निभाई।
11 साल की उम्र में आंदोलन में लिया भाग
जुझारू स्वभाव की धनी कमला बेनीवाल ने महज 11 साल की उम्र में ही भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था। बाद में वह राजस्थान की पहली महिला मंत्री बनीं और कई विभागों का प्रभार संभाला। राज्य में उपमुख्यमंत्री के पद पर भी आसीन रहीं।
निडर और निष्पक्ष
गुजरात की राज्यपाल के तौर पर नरेंद्र मोदी से उनकी कई बार अनबन हुई थी, खासकर लोकायुक्त की नियुक्ति को लेकर। हालांकि, अपने निडर और निष्पक्ष रवैये के लिए वह हमेशा याद की जाएंगी।
युग की समाप्ति (Rajasthan Politics)
त्रिपुरा, मिजोरम जैसे अन्य राज्यों की भी राज्यपाल रह चुकीं कमला बेनीवाल का निधन एक युग की समाप्ति है। उनके जाने से राजस्थान और देश की राजनीति को एक महान योद्धा की कमी रहेगी।
जन्मजात कार्यकर्ता के रूप में उनकी लगन और समर्पण हर किसी के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा। कमला बेनीवाल ने अपना पूरा जीवन देश और जनता के लिए समर्पित कर दिया। उनकी विरासत को सम्मान देते हुए हमें उनके आदर्शों पर चलना होगा।
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