Tuesday, July 2, 2024
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Rajasthan News: राजस्थान सरकार ने जारी किए हीटवेव के आंकडे, इतने लोगों ने गवाई जान

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India News Rajasthan ( इंडिया न्यूज) Rajasthan News:  राजस्थान में पिछले एक पखवाड़े से भीषण गर्मी पड़ रही है। हालांकि, पिछले दो दिनों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन इसके बाद भी भीषण गर्मी ने राजस्थान के लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। प्रदेश में गर्मी और लू के कारण कई लोगों की मौत की खबरें भी आ रही हैं। लेकिन आधिकारिक तौर पर इन्हें गर्मी से हुई मौतें नहीं माना जा रहा है। आधिकारिक तौर पर राजस्थान में अब तक लू के कारण 5 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में यह आंकड़ा 60 से ज्यादा बताया जा रहा है।

मौत पर क्या कहा

लू के कारण हुई मौतों पर जनस्वास्थ्य निदेशक डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने गुरुवार को कहा कि लू को लेकर समुचित इंतजाम किए जा रहे हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मार्च महीने से ही लू को लेकर तैयारियां शुरू कर दी थीं, जिसके चलते लू के प्रकोप के बावजूद राजस्थान में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। मीडिया में प्रकाशित हीटवेव मौतों के आंकड़ों को प्रशासन स्वीकार नहीं कर रहा है।

निदेशक ने कही ये बात

निदेशक (जन स्वास्थ्य) ने कहा है कि विभिन्न मीडिया में हीटवेव मौतों के जो आंकड़े प्रकाशित या प्रसारित किए जा रहे हैं, वे तथ्यों से परे हैं, क्योंकि हीटवेव मौतों के प्रामाणिक आंकड़े चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा ही जारी किए जा रहे हैं। ये आंकड़े डेथ ऑडिट कमेटी द्वारा भारत सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार मृत्यु के कारणों की जांच करने के बाद जारी किए जाते हैं।

यहां भेजी जाती है रिपोर्ट

उन्होंने कहा है कि डेथ ऑडिट कमेटी हीटस्ट्रोक से होने वाली संदिग्ध मौतों की भारत सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार जांच करती है। इन मापदंडों के अनुसार यदि कोई मृत्यु हीटस्ट्रोक के कारण पाई जाती है, तो उसे प्रमाणित कर उसकी रिपोर्ट आईएचआईपी पोर्टल पर भेजी जाती है।

क्या कहते हैं आंकड़े

आईएचआईपी पोर्टल पर जारी आंकड़े ही प्रामाणिक हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार भीषण गर्मी के दौरान गंभीर बीमारियों व अन्य कारणों से भी मौतें होती हैं। प्रोटोकॉल के अनुसार इन्हें हीटस्ट्रोक के कारण नहीं माना जा सकता।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही प्रामाणिक जानकारी

डॉ. माथुर ने कहा कि हीटवेव से होने वाली मौतों को लेकर आमजन को भयभीत व भ्रमित नहीं होना चाहिए। प्रदेश में अब तक लू के कारण 5 मौतें हो चुकी हैं। इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रतिदिन प्रामाणिक जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि लू के कारण मौतें होना दुखद है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश में लू के कारण कोई जनहानि न हो। लू को लेकर विभाग पूरी सजगता और सतर्कता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है और मुख्यालय के साथ ही जिला स्तर से भी हर स्थिति पर प्रभावी निगरानी रखी जा रही है। मालूम हो कि हाल ही में सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए 6 मौतों की बात कही थी।

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