India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Plasma Theft: जयपुर के प्रतिष्ठित जेके लोन अस्पताल के ब्लड बैंक से प्लाज्मा चोरी के मामले में अस्पताल प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए थाने में मामला दर्ज करवाया है। इसके साथ ही घटना की जांच के लिए अस्पताल स्तर पर एक कमेटी का भी गठन किया गया है। वहीं सरकार की ओर से भी एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है।
लैब टेक्नीशियन की काली करतूत
जानकारी के अनुसार, पिछले 10 महीनों से अस्पताल में प्लाज्मा के स्टॉक की जांच ही नहीं की गई। इसी का फायदा उठाकर एक लैब टेक्नीशियन लगातार प्लाज्मा चोरी कर लाखों रुपये कमा चुका है। वह चोरी किए गए प्लाज्मा को प्राइवेट अस्पतालों को बेच रहा था। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, चोरी किया गया प्लाज्मा मरीजों के इस्तेमाल में नहीं लाया जा रहा था, बल्कि इससे प्रोटीन बनाकर अस्पताल द्वारा कंपनियों को बेचा जा रहा था।
फरार लैब टेक्नीशियन की तलाश शुरू (Plasma Theft)
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और फरार लैब टेक्नीशियन कृष्ण सहाय की तलाश कर रही है। वहीं गठित जांच कमेटियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि प्लाज्मा कब से और किसे बेचा जा रहा था तथा इसमें और कितने लोग शामिल थे। इस घटना से अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठे हैं।
डॉक्टरों के अनुसार, एसएमएस मेडिकल कॉलेज से ही हर साल करीब 4 करोड़ रुपये का प्लाज्मा बेचा जाता है, जबकि एसएमएस से संबद्ध अस्पतालों में एक लीटर प्लाज्मा की कीमत 3900 रुपये है। ऐसे में चोरी का यह मामला संस्थान की छवि पर भी आंच आ सकती है।
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