Sunday, June 30, 2024
Homepoliticsराइट टू हेल्थ बिल को लेकर डॉक्टर्स की समस्याओं की सुनवाई करेंगे...

राइट टू हेल्थ बिल को लेकर डॉक्टर्स की समस्याओं की सुनवाई करेंगे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, जिसके बाद ही सरकार लेगी फैसला

- Advertisement -

जयपुर: (right to health bill) प्रदेश में राइट टू हेल्थ बिल को लेकर डॉक्टर्स का विरोध दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। डॉक्टर्स ने सरकारी योजनाओं को निजी अस्पतालों में बंद करने का फैसला किया है।

प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी के सेक्रेटरी डॉ. विजय कपूर ने बताया कि प्रदेशभर में प्राइवेट हॉस्पिटल ने सरकारी स्कीम्स को बंद करने की लिखित सहमति दे दी है। ऐसे में 1 अप्रैल से राजस्थान के सभी के प्राइवेट हॉस्पिटल में सरकारी स्कीम्स के मास डीएम्पेनेलमेंट की कार्रवाई को पूरा कर लिया जाएगा।

JARD ने अभी भी जारी रखी हड़ताल 

आंदोलनकारी डॉक्टर्स ने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल आज भी जारी है। सरकार के दबाव में कुछ रेजिडेंट भले ही काम पर लौट गए हों। लेकिन JARD ने अभी भी अपनी हड़ताल को जारी रखा है। वहीं कोटा की डॉक्टर नीलम खंडेलवाल आज दूसरे दिन भी आमरण अनशन पर बैठी हुई हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांग को पूरा नहीं कर देती मेरा अनशन जारी रहेगा।

बता दें कि इससे पहले गुरुवार 30 मार्च की दोपहर में प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम सोसायटी के पदाधिकारियों ने बैठक कर मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी। जिसके बाद डॉक्टर्स का प्रतिनिधिमंडल 30 मार्च को मुख्यमंत्री आवास पहुंचा। जहां डॉक्टर्स की ओर से वीरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री तक डॉक्टर्स की मांग पहुंचाने का काम किया। इसके बाद अब राइट टू हेल्थ बिल को लेकर डॉक्टर्स की समस्याओं की सुनवाई प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा करेंगे। जिसके बाद ही सरकार के स्तर पर कुछ फैसला हो सकेगा।

हमने डॉक्टर्स की सभी मांगे मानी हैं-स्वास्थ्य मंत्री

तो वहीं, स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि बिल वापस किसी कीमत पर नहीं होगा। यह डॉक्टर्स को बता दिया गया है। हमने डॉक्टर्स की सभी मांगे मानी हैं। इसके बाद भी अगर कोई बात छूट गई है। तो रूल्स में डाल देंगे। हमें बिल वापसी के अलावा सारी बातें मंजूर हैं। बिल वापस करने की बात करने का डॉक्टर्स का अधिकार नहीं है। क्योंकि यह बिल विधानसभा में सर्वसहमति से ही पास हुआ है। जो गवर्नर के पास जा चुका है, जहां से भी जल्द ही स्वीकृत होने वाला है।

दूसरे डॉक्टर्स के आंदोलन को बड़ा झटका लगा है

आपको बता दें कि इससे पहले राइट टू हेल्थ बिल पर आंदोलन कर रहे रेजीडेंट्स डॉक्टर्स ने आज से आंदोलन खत्म करके वापस काम पर लौटने का एलान किया। लेकिन रेजिडेंट्स के इस आंदोलन से प्राइवेट हॉस्पिटल संचालक और दूसरे डॉक्टर्स के आंदोलन को बड़ा झटका लगा है।

वहीं जयपुर रेजीडेंट्स डॉक्टर्स की एसोसिएशन यानी जार्ड में इस निर्णय को लेकर दो गुट की स्थिति हो गई है। रेजीडेंट्स डॉक्टरों के गुट ने रात करीब 12 बजे अलग से जनरल बॉडी की मिटिंग करते हुए फैसले को मानने से इंकार कर दिया और आगे भी आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है।

 

SHARE
RELATED ARTICLES

Most Popular