Sunday, July 7, 2024
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Rajasthan Politics: आलाकमान की लाख कोशिशों के बावजूद नही सुधरा सीएम गहलोत और पायलट का रिश्ता, दौसा पहुंचकर बिना नाम लिए कसा तंज

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India News ( इंडिया न्यूज़ ),Rajasthan Politics: राजस्थान में विधानसभा चुनाव में अब केवल कुछ ही समय बचा है। जिसको लेकर सभी राजनीति पार्टियों की तैयारियां शुरू हो चुकी है। लेकिन कांग्रेस पार्टी में चल रही घमासान कम होती नजर नही आ रही। इस बीच राजनीति के गलियारों में सचिन पायलट की कांग्रेस से अलग नई पार्टी की चर्चाएं भी तेज है। लेकिन अब स्वमं सचिन पायलट ने कहा कि अब वे दूसरी पार्टी नही बना रहे। इसका मतलब ये नही कि दोनों दिग्गज नेताओं के बीच की जो लड़ाई चल रही है वो खत्म हो गई। एक बार फिर पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के लिए तीखे बोल बोले है। उन्होंने दौसा की रैली में अपने लिए नीली छतरी वाले से इंसाफ तो मांगा ही, साथ ही इशारों-इशारों में वो गहलोत के लिए सजा की मांग भी करते हुए नजर आए।

पायलट का सीएम पर कटाक्ष

रविवार यानी 11 जून को सचिन पायलट ने दौसा पहुंचकर बिना नाम लिए सीएम अशोक गहलोत पर जमकर कटाक्ष कसी और यहां तक कह दिया कि किसी ने बखूबी कहा है कि हर गलती सजा मांगती है। सचिन पायलट यही नही रूके बल्कि उन्होने ये भी कहा कि हम आपस में कैसे भी संबंध रखें लेकिन आज नहीं तो कल वो नीली छतरी वाला जरूर इंसाफ करेगा। आइए विस्तार से जानते हैं कि इस दौरान उन्होंने और क्या-कुछ कहा:-

  • राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि आज नहीं तो कल नीली छतरी वाला जरूर न्याय करेगा। मैंने जो आवाज उठाई है, उससे पीछे हटने वाला नहीं हूं। हालात कोई भी हो, युवा और आम लोगों के लिए मैं संघर्ष करता रहूंगा। लोगों को न्याय दिलाने का वादा कल भी था आज भी है और कल भी रहेगा। राजनीति में यह बात बहुत जरूरी है।
  • सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर तंज कसते हुए ये भी कहा कि अगर हम गरीबों की मदद करें तो केंद्र के नेता कहते हैं कि खजाने का दिवाला निकल जाएगा। वहीं यहां लोग कहते हैं कि युवाओं की मदद की तो मानसिक दिवालियापन हो जाएगा। दरअसल, सीएम अशोक गहलोत ने कुछ दिन पहले ही पर्चे लीक मामले में मुआवजा देने की मांग को मानसिक दिवालियापन बताया था।
  • अक्सर सीएम अशोक गहलोत कहते हुए नजर आते हैं कि हर गलती सजा मांगती है। कुछ दिनों पहले ही जयपुर में एक कार्यक्रम में पायलट का नाम लिए बिना ही उन्होंने कहा था कि भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक मामले में मुआवजे की मांग करने वालों की बुद्धि का दिवालियापन हो गया है। यही वजह है कि सचिन पायलट ने भी बिना नाम लिए अशोक गहलोत पर उन्हीं की बातों का पलटवार कर दिया क्योंकि पायलट ही लंबे समय से पर्चे लीक मामले में मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।
  • सचिन पायलट ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब भी गरीबों की मदद की बात होती है तो केंद्र कहता है कि मदद करने से आर्थिक दिवालिया हो जाएगा। लेकिन, मैं हमेशा गरीबों की जवानों की मदद की बात करता हूं। कांग्रेस प्रदेश कमेटी का अध्यक्ष रहते तत्कालीन सरकार, जो कि बहुत ताकतवर थी, उसके दांत खट्टे कर दिए थे। ये सब जनता के साथ और उनकी दी हुई ताकत की वजह से हुआ।
  • पिछले दिनों कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं और उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा। पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने यह भी कहा था कि गहलोत और पायलट पार्टी के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं। इसके बावजूद भी सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच खटास बनी हुई है और दोनों एक दूसरे के खिलाफ बोलते नजर आते हैं।
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