जयपुर: (BJP changed faces before assembly elections) विधानसभा चुनाव का समय पास है ऐसे में पहले प्रदेश भाजपा ने 10 दिन के अंदर-अंदर ही अपने संगठन का पूरा चेहरा बदल दिया। पहले प्रदेशाध्यक्ष के पद पर सांसद सीपी जोशी को नियुक्त किया तो अब सदन में नेता प्रतिपक्ष की कमान राजेंद्र राठौड़ और उपनेता का पद पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां को दिया गया है।
प्रदेश के किसी बड़े चेहरे को मिलेगा पद
यानी विधानसभा चुनाव से पहले संगठन में चेहरों को तलाशने और तराशने का काम शुरू हो गया है। आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव की तैयारियों और टिकट वितरण के लिए चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष चुना जाना है। इस बार भी चुनाव में प्रचार समिति के अध्यक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि प्रदेश के किसी बड़े चेहरे को यह पद दिया जा सकता है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत या अर्जुन राम मेघवाल आदि का नाम इस पद के लिए चर्चा बना हुआ है। हालांकि, अभी प्रचार समिति के अध्यक्ष के चुनाव में 3 से 4 महीने का समय लग सकता हैं।
महामंत्री को पद पर 5 साल से अधिक हो गए
सूत्रो के हवाले से उड़ती-उड़ती खबर आई है कि चुनाव से पहले प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर या प्रभारी अरुण सिंह को बदला जा सकता है। बता दें कि अरुण सिंह के पास कर्नाटक समेत दूसरे राज्यों का भी प्रभार है। ऐसे में उन्हें बाकी राज्यों में फोकस करने के लिए फ्री किया जा सकता है। खास बात यह है कि महामंत्री चंद्रशेखर को इस पद पर 5 साल से अधिक हो गया है।प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह बोले- मोदी सरकार आने के बाद बीजेपी ने अब तक जो भी प्रयोग किए हैं, वे सफल रहे हैं। नतीजे सभी के सामने हैं। इनसे पार्टी को हमेशा मजबूती मिली है। पार्टी से कुछ समाजों की दूरी या नाराजगी के चलते 2018 का विधानसभा चुनाव में नुकसान हुआ था।
चुनाव से पहले कई चेहरो के पद बदले
ऐसे में इस बार पार्टी सोशल इंजीनियरिंग पर पूरी तरह ध्यान गड़ाए हुए है। बता दें कि पार्टी ने किसान कौम से उपराष्ट्रपति, प्रदेशाध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री समेत कई चेहरों को आगे रखा। तो वहीं, आनंदपाल एनकाउंटर से नाराज हुए राजपूतो को केंद्रीय मंत्री से लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया। वैश्य समाज से राज्यपाल, लोकसभा अध्यक्ष आदि के पद दिए। आदिवासी समाज से डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को राज्यसभा सांसद और गुर्जरों से अल्का गुर्जर को केंद्रीय कार्यकारिणी में लिया। नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद राजेंद्र राठौड़ पुत्र पराक्रम के साथ सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे। पीएम ने उन्हें शुभकामनाएं दी। राठौड़ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मिले।