India News(इंडिया न्यूज़), Vande Bharat: ट्रेनों की बात की जाए तो वंदे भारत ट्रेन की लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, वंदे भारत ट्रेनों में सफर करना रेल यात्रियों के लिए अच्छा अनुभव साबित हो रहा है, भारतीय रेलवे ने दक्षिणी रेलवे में पैसेंजर सर्विसेज में सुधार के लिए यात्री सेवा अनुबन्ध (YSA) नाम से एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है।
YSA प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए रेलवे कैटरिंग और हाउसकीपिंग में सर्टीफाइड ट्रैक रिकॉर्ड वाले सर्विस प्रोवाइडर की नियुक्ति करेगा, हर कोच में साफ-सफाई की देखरेख करने के लिए एक ट्रेंड हाउसकीपिंग शख्स तैनात किया जाएगा, इसके साथ ही यात्रियों के लिए शुरुआती और आखिरी स्टेशनों पर कैब बुकिंग, व्हीलचेयर और बग्गी ड्राइव जैसी मदद भारतीय रेलवे से मिलेगी।
अपने शुरुआती और डेस्टिनेशन स्टेशन पर रेल यात्रियों को व्हीलचेयर, कैब बुकिंग और बग्गी ड्राइव जैसी सहायता रेलवे से मिलेगी, यात्रियों को ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट सिस्टम पर क्वालिटी सामग्री का आनंद मिलेगा, जो डेटा सेफ्टी, ब्रॉडकास्टिंग और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स से जुड़े कानूनों का पालन करेगा, जल्द ही और ट्रेनों में भी इनको लागू किया जा सकता है।
पैसेंजर सर्विस ऐप के जरिए रेल यात्री टिकट बुक करते समय या प्री-पेड खाने का ऑर्डर कर सकते हैं, ये लोग ला कार्टे सेवाओं का ऑप्शन चुन सकते हैं, किसी भी फूड आइटम में बीफ और पोर्क का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा, फूड एंड बेवरेजेस सर्विसेज की देखरेख के लिए हर वंदे भारत ट्रेन में ठेकेदार (कॉन्ट्रेक्टर) के पास एक काबिल शख्स होगा।
पहला
फूड एंड हाउसकीपिंग ट्रेनिंग वाले कॉन्ट्रेक्टर के पास पर्याप्त वर्कर होने चाहिए, रेलवे समय-समय पर उनके पेमेंट और डॉक्यूमेंटेशन की समीक्षा करेगा।
दूसरा
चेन्नई में एक साफ और बड़ी रसोई जिसमें हर दिन कई तरह के खाने बनाए जा सकते हों, साथ ही ठेकेदारों को यह दिखाना होगा कि वे पहले भी कई बार फूड सप्लाई दे चुके हैं।
वंदे भारत ट्रेनें दक्षिणी रेलवे में कई रूट्स पर चलाई जाती हैं, चेन्नई-तिरुनेलवेली, चेन्नई-मैसूर, चेन्नई-कोयंबटूर, तिरुवनंतपुरम-कासरगोड और चेन्नई-विजयवाड़ा पर वंदे भारत ट्रेनो क संचालन हो रहा है, छठे रूट का ऐलान होना अभी बाकी है।
Read More: