Sunday, July 7, 2024
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पेपर लीक मामले में सांसद डॉ. मीणा ने किया विरोध प्रदर्शन, बढ़ाई गई विधानसभा की सुरक्षा

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राजस्थान:(On the information of a large number of youth in Jaipur city): राजस्थान में पेपर लीक मामला बेरोजगार युवाओं के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बन गया है, क्योकि देश में पहले ही सरकारी नौकरियां काफी कम हैं। सरकारी नौकरियों के लिए देश के युवा जहां पढ़ने में अपना दिन-रात एक कर रहे है तो वही, कुछ लोग पेपर लीक कर देश के युवाओं का भविष्य पूरी तरह खराब करने में लगे हुए हैं।

सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने इसकी चिंता जताते हुए सीबीआई की जांच और बड़े-रसूखदार लोगों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। आपको बता दे कि सरकारी नौकरियों में प्रदेश के 90 फीसदी बेरोजगार युवाओं को आरक्षण देने जैसी मांगों को लेकर सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के नेतृत्व में यह विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

जयपुर कूच में सवा लाख से ज्यादा युवा शामिल

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि दौसा से जयपुर कूच में सवा लाख से ज्यादा युवा शामिल होंगे। हमें जानकारी मिली है कि सरकार हमें रोकने की कोशिश करेगी। पुलिस प्रशासन के जरिए हमें रोका जाएगा, फिर भी हम जयपुर पहुंचेंगे। डॉ. किरोड़ी लाल ने आगे कहा जिस तरह आमागढ़ मंदिर मामले में हमने खटका किया था, कुछ वैसा ही दोबारा करेंगे।

जयपुर शहर में पुलिस की गई तैनात

डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा की इस चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। राजस्थान विधानसभा का सुरक्षा घेरा और ज्यादा बढ़ा दिया गया है। साथ ही आरएसी और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। दौसा-आगरा रोड से आने वाले रास्तों पर भी चेक प्वाइंट बनाए गए हैं। जयपुर शहर में युवाओं के बड़ी संख्या में पहुंचने की सूचना पर अलग-अलग थानों की पुलिस तैनात की गई है, तो वही विधानसभा के अलावा सिविल लाइंस क्षेत्र में भी मुख्यमंत्री निवास और मंत्रियों के बंगलों के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

आरोप है कि मोहन पोसवाल पेपर लीक मामले में शामिल हैं

सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री की पेपर लीक में शामिल अफसरों-नेताओं को क्लीन चिट राजस्थान के लाखों बेरोजगारों पर अत्याचार है। पेपर लीक के एक भी मामले में पुलिस तह तक नहीं पहुंची है। यदि सरकार की बड़े मगरमच्छों को पकड़ने की मंशा है, तो तुरंत सीबीआई जांच की सिफारिश करनी चाहिए। मैं खुद पेपर लीक करने वालों के नाम उजागर कर चुका हूं।

रीट पेपर लीक में लिप्त होने की वजह से सरकार ने बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को बर्खास्त किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट दे दी। उन्होंने आरोप लगाया कि एसओजी के मोहन पोसवाल पेपर भी लीक में शामिल हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऑफ़लाइन और ऑनलाइन परीक्षा लीक के सरगना सुरेश ढ़ाका से राजनेता और ब्यूरोक्रेट के गढ़ जोड़ के बारे में भी बताया है। मुख्यमंत्री कार्रवाई का पक्का भरोसा दें, तो मैं खुद उनको आरोपियों के नाम बता दूंगा, लेकिन वह लीपापोती के अलावा कुछ नहीं करेंगे। इसीलिए तो उन्होंने नेताओं-अफसरों को क्लीन चिट दी है।

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