Monday, May 20, 2024
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Holi 2024: होलिका दहन में क्यों जलाए जाते हैं गोबर के उपले? जानें खास महत्व

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India News (इंडिया न्यूज़) Rajasthan Holi 2024: होली भारत का सबसे फेमस पर्व है। जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। होलिका दहन होली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें लोग होलिका नाम के राक्षसी का पुतला फूकते है। इस पुतले को बुराई का प्रतीक माना जाता है।

होलिका दहन में गाय के गोबर से बने उपले जलाने का विशेष महत्व होता है। हिंदू धर्म में गाय को पवित्र माना जाता है और गोबर को शुद्धि का प्रतीक माना जाता है। गाय के गोबर से बने उपले जलाने से नकारात्मक शक्तियां नष्ट होती हैं और वातावरण शुद्ध होता है।

गाय के गोबर के उपले जलाने से मिलते है स्वास्थ्य लाभ

गाय के गोबर के उपले जलाने से स्वास्थ्य लाभ भी होता है। गाय के गोबर के उपले में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो हानिकारक बैक्टीरिया को मारते हैं। होलिका दहन के समय शीत ऋतु समाप्त हो रही होती है और ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ हो रही होती है।

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उपले जलाने से वातावरण होता है शुद्ध

इस दौरान बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। गाय के गोबर के उपले जलाने से वातावरण शुद्ध होता है और बीमारियों का खतरा कम होता है। होलिका दहन के दौरान गाय के गोबर से बने उपले जलाना धार्मिक और स्वास्थ्य दोनों ही दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

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