Sunday, July 7, 2024
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Jaipur Crime: ठग ने पूर्व कलेक्टर को लगाई चपत, पैसे ऐंठे हजारों रुपये

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India News Rajasthan (इंडिया न्यूज), Jaipur Crime: जयपुर (Jaipur Crime) के पूर्व जिला कलेक्टर सेवानिवृत्त आईएएस अंतर सिंह नेहरा से हजारों रुपए की धोखाधड़ी की गई। नेहरा ने इस संबंध में जयपुर के मानसरोवर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। नेहरा के साथ यह धोखाधड़ी ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करके की गई थी। आरोपी ने मकान किराये पर दिलाने के नाम पर उनसे धोखाधड़ी की है। पुलिस ने इस संबंध में दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस मोबाइल नंबरों के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है।

मानसरोवर थाना पुलिस के अनुसार पूर्व जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने 24 मई को मानसरोवर थाने में उपस्थित होकर अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मकान का एक हिस्सा किराये पर देने के लिए नेहरा ने खुद अखबार में विज्ञापन दिया था। इसके बाद परमिंदर सिंह नाम के शख्स ने नेहरा से संपर्क किया और फोन पर मकान किराये पर लगाने की बात की। उन्होंने एक्सिस बैंक के कथित वरिष्ठ अधिकारी रचित अग्रवाल के नाम पर मकान किराये पर लेने की बात कही।

पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर

इसके बाद परमिंदर ने एग्रीमेंट और उस पर लगने वाली स्टॉप ड्यूटी आदि के नाम पर अलग-अलग माध्यमों से अंतर सिंह नेहरा से करीब 55 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए। बार-बार पैसे ट्रांसफर करने के बाद नेहरा को लगा कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई। उसके आधार पर मानसरोवर थाने में आरोपी परमिंदर सिंह और रचित अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

कुछ महीने पहले ही लिया था…

सेवानिवृत्त आईएएस अंतर सिंह नेहरा ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। वह राजनीति में जाना चाहते थे। लेकिन बाद में राजनीतिक दलों के साथ उनका तालमेल पूरी तरह से नहीं बन पाया। वह फिलहाल अपने परिवार के साथ जयपुर में रह रहे हैं। नेहरा जयपुर से पहले बूंदी जिले में कलेक्टर थे। बाद में वे मंडलायुक्त भी रहे।

आरोपी ने कह दी बड़ी बात

अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि आरोपी परमिंदर सिंह ने उसे कई आईएएस, आईपीएस और मंत्रियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने अन्य अधिकारियों के मकान और संपत्ति भी किराये पर ले रखी है और किसी को दिलवा दी है। जब नेहरा को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा किया जा रहा है तो उसने आरोपी से दोबारा फोन पर बात की। फिर आरोपी ने फोन कॉल रिकॉर्ड कर भेजा और व्हाट्सएप पर लिखा कि आप कलेक्टर हैं।

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