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Guruwar Vrat: क्यों रखा जाता है गुरुवार का व्रत, जानें महत्व और नियम

• LAST UPDATED : January 18, 2024

India News (इंडिया न्यूज़), Guruwar Vrat: हिन्दू धर्म में हर दिन की अपने आप में विशेष महत्व रखता है। इसी तरह गुरुवार का भी अपना महत्व है। श्री हरि बृहस्पति के देवता हैं। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु जी को समर्पित है। मान्यता है जो व्यक्ति श्रद्धा भाव से बृहस्‍पतिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करता है और गुरुवार व्रत की कथा कहता और सुनता है उसकी गरीबी और कष्ट को भगवान विष्णु दूर कर देते हैं।

गुरुवार पूजा और व्रत का महत्व

गुरुवर पूजा भगवान श्रीहरि विष्णु और भगवान बृहस्पति को समर्पित है, जिनका प्रतिनिधित्व बृहस्पति ग्रह करता है और उन्हें विष्णु का अवतार भी माना जाता है। लोग पीले कपड़े पहनते हैं। कुछ क्षेत्रों में लोग केले के पौधे की भी पूजा करते हैं। माना जाता है अगर गुरुवार को भगवान विष्णु और भगवान बृहस्पति की पूजा करते हैं तो दुःख, अधूरी इच्छाएँ, स्वास्थ्य विकार, गरीबी और रिश्ते की समस्याओं को कम किया जा सकता है। पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि इस पूजा को करने और व्रत का पालन करने से आपको नौकरी, स्वास्थ्य, धन और जीवन में खुशी हासिल करने में मदद मिलेगी।

गुरुवार पूजा और व्रत के नियम

  • गुरुवार के दिन सूर्योदय से पहले ही उठें। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है।
  • पूजा के स्थान पर भगवान विष्‍णु की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। इस दिन श्री हरि और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी धन और वैभव के प्रतीक हैं। चना-गुड़ और मुनक्‍का चढ़ाकर विधि- विधान से पूजन शुरू करें।
  • बृहस्‍पतिवार व्रत की कथा पढ़ें। कथा पढ़ने के बाद केले के पेड़ में जल चढ़ाएं।
  • अगर आप व्रत रखते हैं तो पीले फलों का सेवन करना चाहिए।

गुरुवार पूजा और व्रत करने के लाभ

  • गुरुवार को इस व्रत को करने से भक्तों को धन की प्राप्ति होती है और व्यापार करने वाले लोग विशेष रूप से आकर्षक सौदे और लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
  • यदि नि:संतान व्यक्ति बृहस्पति देव को प्रसन्न कर ले तो उसे संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिल जाता है।
  • परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और परिवार के सदस्य अपने-अपने क्षेत्र में सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
  • यदि भक्त अपने हृदय को स्वच्छ और पवित्र रखकर भगवान से प्रार्थना करते हैं, तो उनकी गहरी इच्छाएं भी पूरी हो जाती हैं।
  • इस व्रत को करने से आप सभी प्रकार के स्वास्थ्य विकारों, बीमारियों और व्याधियों से दूर रहते हैं।

डिस्क्लेमर- ये आर्टिकल केवल सामान्य मान्यताओं को अभिव्यक्त करता है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।

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