Jaipur: जयपुर बम ब्लास्ट मामले में आरोपियों को हाई कोर्ट से बरी होने के कारण भाजपा ने गहलोत सरकार पर हमलावर है। बता दें भाजपा सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर करने की तैयारी में है। बम ब्लास्ट केस के प्रत्यक्षदर्शियों के जरिए ये एसएलपी दायर की जाएगी, वहीं 12 अप्रेल को रामलीला मैदान से सांगानेरी गेट पूर्वमुखी हनुमान मंदिर तक कैंडल मार्च भी निकाला जाएगा। इस कैंडल मार्च के लिए बम ब्लास्ट केस के सभी पीड़ित और उनके परिवारों को भी आमंत्रित किया गया है।
चतुर्वेदी ने जयपुर बम ब्लास्ट मामले की जांच एनआईए (NIA) को नहीं सौंपे जाने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जयपुर में मई 2008 को जब ये आतंकी घटना हुई थी तब उसी काल खंड में देश के चार अलग-अलग हिस्सों में ऐसी ही आतंकी घटनाएं हुई थी, जिसकी जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को सौंपी गई थी, लेकिन राजस्थान के जयपुर में हुई इस घटना की जांच एनआईए को ना देकर एटीएस के माध्यम से कराई गई। वहीं चतुर्वेदी ने कहा कि इस मामले की राज्य सरकार द्वारा पैरवी में भी ढिलाई बरती गई, जिसके चलते राजस्थान हाई कोर्ट ने मुजरिमों को सबूत के अभाव में बरी कर दिया।
अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि 12 अप्रेल को प्रदेश भाजपा की ओर से बम ब्लास्ट कांड के शिकार हुए लोगों परिजनों के साथ कैंडल मार्च निकाला जाएगा। बता दें कि शाम 4 बजे रामलीला मैदान से लेकर सांगानेरी गेट स्थित हनुमान मंदिर तक कैंडल मार्च निकालेंगे। इसी हनुमान मंदिर के मुख्य द्वार पर पहला धमाका हुआ था जिसके निशान आज भी बने हुए हैं। भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार से बम ब्लास्ट कांड के आरोपियों को शीघ्र सजा दिलाने की मांग की है। वहीं पीड़ित परिवार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।