मुगलकाल में क्या थे निकाह के नियम, जानिए
रिपोर्ट के अनुसार, मुगलों के निकाहनामे मे चार नियमों का जिक्र किया गया है
पहला नियम ये था कि मौजूदा बीवी के रहते शौहर दूसरी शादी नहीं करेगा
दूसरा नियम था कि पति बीवी को नहीं पीटेगा
तीसरा नियम था- पति अपनी बीवी से लंबे समय तक दूर नहीं रहेगा
अगर पति पत्नी से दूर रहता है तो इस दौरान उसे बीवी के गुजर बसर का इंतज़ाम करना होगा
चौथा नियम था- शौहर को पत्नी के रूप में किसी दासी को रखने का अधिकार नहीं
पहली तीन शर्तों के टूटने की स्थिति में शादी को खत्म घोषित किया जा सकता था
चौथी शर्त का अधिकार पत्नी के पास होता था कि वो या तो 'दासी आजाद' कर दे या उसे 'बेच दे'
ये चार नियम या शर्तें अकबर के समय से लेकर औरंगज़ेब के जमाने तक थे