प्यार और मोह के बीच क्या अंतर है, जया किशोरी ने बताया

जया किशोरी एक मशहूर कथावाचक होने के साथ-साथ एक प्रेरक वक्ता भी हैं।

उन्होंने अपनी कथावाचन के माध्यम से भारत और विदेशों में कई लोगों का मार्गदर्शन किया है।

जया किशोरी के अनुसार, प्रेम और आसक्ति दो अलग-अलग चीजें हैं, दोनों में अंतर है लेकिन कोई इसे स्वीकार नहीं करता।

जया किशोरी कहती हैं कि ज्यादातर लोग आसक्ति को ही प्रेम कहते हैं।

उदाहरण देते हुए जया कहती हैं कि धृतराष्ट्र ने दुर्योधन के साथ जो किया, वह आसक्ति थी।

अगर आप किसी से प्रेम करते हैं और उसके साथ बंधन महसूस करते हैं, तो यह निश्चित रूप से प्रेम नहीं है।

जया ने अर्जुन और कृष्ण को प्रेम का प्रतीक बताया है। जया कहती हैं कि प्रेम अर्जुन और कृष्ण के बीच है। 

किसी भी रिश्ते को शुरू करने से पहले आपको प्रेम और आसक्ति के बीच के अंतर को समझना चाहिए।

इससे आपको अपनी और अपने साथी की भावनाओं को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी।

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