कलेक्शन अकाउंट में वह पैसा आएगा, जो ग्राहक देंगे. इसके अलावा इसमें टैक्स और ड्यूटी से संबंधित पैसा भी रखा जाएगा
सेपरेट अकाउंट में प्रोजेक्ट का 70 फीसदी रेवेन्यू कलेक्शन अकाउंट से भेजा जाएगा
इस पैसे का इस्तेमाल सिर्फ जमीन एवं कंस्ट्रक्शन कॉस्ट में किया जा सकेगा
ट्रांजेक्शन अकाउंट में कलेक्शन अकाउंट में आया 30 फीसदी पैसा रखा जाएगा