सिगरेट का धुआं शरीर के अंदर जाकर कैसे असर करता है जानिए
हर साल हजारों की संख्या में लोग सिगरेट से होने वाले कैंसर की वजह से अपनी जान गवा देते हैं
इसके खतरनाक प्रभावों के बावजूद लोग धूम्रपान करते हैं
स्मोकिंग करने से फेफड़े, दिल और मसूड़ों की बीमारी सहित कैंसर, स्ट्रोक और आंखों की समस्याएं पैदा होती हैं
सिगरेट के धुएं का असर ना केवल सिगरेट पीने वाले पर बल्कि उसके आस पास मौजूद लोगों पर भी पड़ता है
सिगरेट के धुएं से आपकी नाक की परत और इसोफेगस लाल हो जाती है
सिगरेट में मौजूद केमिकल और धुएं की वजह से इनमें इरिटेशन होने लगता है
स्मोकिंग की वजह से आपके मुंह में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया मर जाते हैं
जिससे आपका मुंह सूख जाता है और सांसों से बदबू आने लगती है
इसके बाद मुंह के पिछले हिस्से में खुजली महसूस होने लगती है
जब निकोटीन आपके ब्लडस्ट्रीम में एंटर करता है, तो आपकी नाड़ी और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है
स्मोकिंग के 8 से 48 घंटे के बीच निकोटीन और कार्बन मोनोऑक्साइड आपके सिस्टम को छोड़ना शुरू कर देते हैं
जिसके बाद फेफड़ों को ढकने और इनकी सुरक्षा करने के लिए बनाया गया म्यूकस बाहर निकलना शुरू हो जाता है