महिलाओं के निजी अंग का फोटो भेजना जरूरी! मचा बवाल
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मुख्यमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा के तहत गरीबों का मुफ्त इलाज तो होता ही है।
योजना का लाभ लेने के लिए मरीजों को चेहरे के साथ शरीर के रोगग्रस्त अंग की तस्वीर भी देनी होती है।
दरअसल, कई महिलाएं स्तन, कूल्हे और आंतरिक अंगों से जुड़ी बीमारियों की शिकार हो जाती हैं।
जब महिलाएं अपना इलाज कराने अस्पताल पहुंचती हैं तो मरीज के चेहरे के साथ शरीर के रोगग्रस्त अंग की तस्वीर भी ले ली जाती है।
तस्वीर लेने के बाद कर्मचारी उसे बीमा कंपनी की वेबसाइट पर अपलोड कर देते हैं।
यह तस्वीर तब तक कर्मचारी के कंप्यूटर में रहती है, जब तक क्लेम पास नहीं हो जाता।
इससे साफ है कि तस्वीर लेना मरीजों की निजता का हनन है। इन तस्वीरों के वायरल होने का भी डर बना रहता है।
इस संबंध में कई यूनिट हेड ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इस संबंध में राज्य सरकार को पत्र भी लिखा गया है।