इलाज चाहिए तो अब निजी अंग दिखाना जरुरी!

प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना की तर्ज परराजस्थान सरकार ने भी मुख्यमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत की थी

इस योजना के तहत बेशक गरीबों का मुफ्त में इलाज किया जाता है, मगर इलाज की शर्त सुनकर हर किसी के कान खड़े हो जाते हैं

योजना का लाभ उठाने के लिए मरीजों को चेहरे के साथ बीमारी वाले अंग की तस्वीर भी जमा करनी होती है, यह नियम महिलाओं पर भी लागू होते हैं

ऐसे में अगर किसी महिला के प्राइवेट पार्ट में समस्या होगी तो इलाज से पहले महिला को अपने उस अंग की फोटो इंश्योरेंस कंपनी के पास जमा करनी होगी

तभी महिला का इलाज होगा, वरना क्लेम खारिज कर दिया जाएगा

बता दें कि मुख्यमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत मरीजों का 5 लाख तक इलाज मुफ्त होता है

हालांकि इश्योरेंस क्लेम करने के लिए फोटो विद फेस की शर्त का पालन करना अनिवार्य है। पहले यह शर्त सिर्फ निजी अस्पतालों तक सीमित थी

बेशक स्कीम में सिर्फ चेहरे की फोटो देने का जिक्र है, मगर बीमारी वाले अंग की तस्वीर न डालने से इश्योरेंस क्लेम को रद्द कर दिया जाता है, कई लोगों ने इस मांग के खिलाफ आपत्ति दर्ज करवाई है