हरम में जाने के लिए लड़कियों को करना पड़ता था ये काम

हरम की व्यवस्था केवल मुगलों में ही नहीं बल्कि चीनी के राजमहलों में भी होती थी

हरम में लाई जाने वाली लड़कियों को कई परिक्षाओं से गुजरना पड़ता था

जब चीन का सम्राट तियानकी 16 साल का था तब उसके लिए हरम बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई थी

इसके लिए लड़कियां चुनने के लिए किन्नरों को देश के अलग अलग इलाकों में भेजा गया

13 से 16 साल की 5000 लड़कियों को इकट्ठा किया गया

इसके बाद बहुत लंबी और बहुत छोटी लड़कियों को निकाल दिया गया

इसके बाद उन लड़कियों की आवाज सुनकर बची हुई लड़कियों में से 2000 लड़कियों को चुना गया

इसके बाद लड़कियों के हाथ पैर जांचे गए और शाही चिकित्सकों के पास जांच के लिए भेजा गया

इस तरह करीब 300 लड़कियां बची और उनका बुद्धि परीक्षण किया गया

आखिर में केवल 50 लड़कियों को ही शाही दासी का दर्जा मिला