चांदीपुरा वायरस से कैसे करें बचाव?

देश के चार राज्यों में चांदीपुरा वायरस के मामले सामने आए हैं। 

Photo Credit: Google

इस वायरस के सबसे ज्यादा मामले गुजरात से आ रहे हैं। 

अब तक चांदीपुरा वायरस से कई बच्चों की मौत हो चुकी है।

 यह वायरस बच्चों के दिमाग पर असर कर रहा है।

 वायरस से संक्रमित बच्ची के घर से 19 मक्खियां मिली हैं। 

इसके साथ ही बच्ची के घर में 4 सैंडफ्लाई भी मिली हैं। 

इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। ये मक्खियां ज्यादातर नमी वाली जगहों पर मिलती हैं।

 इनका संक्रमण घर के अंदर भी हो सकता है।

 यह मक्खी घर में या घर के बाहर कच्ची और प्लास्टर वाली दीवारों पर या उसकी दरारों में मिलती है।

 चांदीपुरा एक आरएनए वायरस है। जो मादा फ्लेबोटोमाइन मक्खी से फैलता है। 

यह वायरस मच्छर के काटने से भी फैलता है। इस वायरस से बचाव के लिए फिलहाल कोई टीका नहीं है। 

लक्षणों के आधार पर मरीज का इलाज किया जाता है। 

मक्खियों से बचने के लिए जरूरी है कि अपने घरों में कीटनाशकों का इस्तेमाल करें और पूरी बाजू के कपड़े पहनें।

 किन बीमारियों की वजह से महिलाएं हो जाती हैं बांझ? डॉक्टरों से जानिए