चीयरलीडर्स की जिंदगी का कड़वा सच

चीयरलीडर्स अपने डांस और मूव से भीड़ का मनोरंजन करती हैं

लेकिन चीयरलीडर्स की दुनिया लोगों को जितनी रंगीन और खूबसूरत दिखती है, वो असल में वैसी होती नहीं है

चीयरलीडर्स को टैटू बनवाने और गहने पहनने की मंजूरी नहीं है

उन्हें स्वेटपैंट सहित कुछ खास कपड़े पहनने की मंजूरी नहीं होती है

अगर किसी चीयरलीडर्स ने टैटू बनवा रखा है तो उनसे छिपाने के लिए कहा जाता है

कुछ टीमें हर खेल से पहले चीयरलीडर्स के शरीर के हर अंग की जांच भी करती हैं

कि सुनिश्चित हो कि नियमों का सही ढंग से पालन हो रहा है

चीयरलीडर्स को अपना वजन कंट्रोल में रखना होता है

अगर फ्रेंचाइजी को लगता है कि अधिक वजन है तो चीयरलीडर को निलंबित किया जा सकता है

सभी चीयरलीडर्स को अपनी भाषा का विशेष ध्यान रखना होगा

चीयरलीडर्स को खिलाड़ियों के साथ किसी भी निजी या सामाजिक संबंधों की मंजूरी नहीं है

बात करने, सोशल मीडिया पर चैट करने या शारीरिक संपर्क रखने पर चीयरलीडर को जुर्माना भरना पड़ सकता है या नौकरी जा सकती है

चीयरलीडर्स को अपनी ड्रेस का खुद भुगतान करना पड़ता है

कई टीमें चीयरलीडर्स को स्टेडियम छोड़ने के बाद यूनिफॉर्म में गाड़ी चलाने की मंजूरी नहीं देती हैं

सभी चीयरलीडर्स के सोशल मीडिया अकाउंट की रोजना जांच होती है

परफॉर्मेंस के दौरान चीयरलीडर्स को अंडरवियर पहनने की मनाही होती है

कुछ टीमें चीयरलीडर्स को स्पोर्ट्स ब्रा पहनने की छूट देती हैं

खेल के दौरान चीयरलीडर्स को अपने मेकअप में सुधार या कपड़ों को बदलने की मंजूरी नहीं होती है