बात करीब 2 साल पुरानी है। बेंगलुरु के कुछ इलाकों से पुलिस के पास अचानक एक जैसी शिकायतें आनी शुरू हुईं।

पुलिस ने छानबीन की, तो एक पीजी के सीसीटीवी में कुछ संदिग्ध दिखाई दिया।

सीसीटीवी में पुलिस को लड़की दिखी जो पीजी में रखें लैपटॉप चुरा लेती थी। 

पुलिस ने इस मामले में जस्सू अग्रवाल नाम की एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया, 

जस्सू   बीटेक की छात्रा थी, जो कि जोधपुर की रहने वाली है।

घर से बाहर शहर में वो जॉब करती थी, तभी उसने देखा पीजी में लड़कियां अपने लैपटॉप को ऐसे ही छोड़कर चली जाती है।

जिसके बाद वो इन लैपटॉप की चोरी करने लगी

चीजों की चोरी करने के लिए उसने  नौकरी के फर्जी इंटरव्यू, पीजी में 10 से 15 रुकने की तैयारी और चोरी के लैपटॉप बेचना ये काम करना शुरू कर दिया था।

लैपटॉप चोरी करने का टाइम वही था, जब वहां रहने वाली लड़कियां डिनर के लिए जातीं।

 पुलिस ने जस्सू के पास से 24 लैपटॉप बरामद किए हैं,

जिनके मालिकों की तलाश की जा रही है। इन लैपटॉप की कीमत करीब 10 लाख रुपए है।