India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़) ,Rajasthan News: पाकिस्तान से भारत आए हिन्दुओं में टीना डाबी को लेकर कितनी इज़्ज़त है यह सबको पता है। पकिस्तान के अत्याचारों से तंग आकर भारत आए हिन्दुओं के दिलों में पूर्व कलेक्टर टीना डाबी द्वारा किये गए काम और उनके दिए गए पुनर्वास आज भी ज़िंदा हैं। आज भी वह पाकिस्तानी हिन्दू जो भारत में विस्थापित है उनके मन में जैसलमेर की तत्कालीन कलेक्टर टीना डाबी के लिए भरपूर सम्मान की भावना है।
कवर फोटो पर लगा दी तस्वीर
एक इसी से संबंधित दिलचस्प खबर जैसलमेर से आई है जहाँ एक पाकिस्तान विस्थापित ने टीना डाबी से प्रभावित होकर उनके सम्मान में उनकी तस्वीर किताब पर छाप दी। महज़ हाई स्कूल तक पढ़े किशनगंज भील टीना डाबी की कार्यशीलता और उनके स्टाइल पर फ़िदा हैं। किशनगंज ने पाकिस्तानी विस्थापितों की समस्या को लेकर एक किताब लिखी है जिसका शीर्षक ,”पुनर्वासी भील” है। गौर करने वाली बात यह है की उस किताब पर उसने अपनी नहीं बल्कि आईएएस टीना डाबी की तस्वीर कवर फोटो पर लगाई है।
टीना डाबी ने दिया था 40 बीघा ज़मीन
मई 2023 में जैसलमेर से 5 किमी की दूरी पर अमरसागर तालाब के कैचमेंट एरिया में गैरकानूनी रूप से स्थित 50 से ज़्यादा पाकिस्तानी हिन्दुओं को बेदखल कर दिया था। उनके आवास को अतिक्रमण कहते हुए डाबी ने उन्हें बाहर निकाल दिया था जिसपर उनकी काफी बुराई हुई थी। डैमेज कण्ट्रोल करते हुए इन सभी विस्थापितों को करीबन 40 बीघा ज़मीन मूलसागर में दी गयी। टीना डाबी ने ज़मीन के साथ साथ इनके खाने पिने का भी प्रबंध किया जिसके कारण आज भी उनकी छवि इन विस्थापितों के ह्रदय में अच्छी तरह बसी है।
कार्रवाई है क़ुबूल
किशनगंज भील ने डाबी की तस्वीर कवर फोटो में डाल कर उन्हें सम्मानित किया है। हालांकि आईएएस डाबी ने इसपर यह कहकर आपत्ति जताई है कि इस तस्वीर को कवर फोटो पर लगाने की इजाज़त उनसे नहीं ली गई थी। किशनलाल का कहना है की उन्होंने टीना डाबी से बहुत संपर्क करने की कोशिश की पर संपर्क बैठ नहीं पाया। भील ने आगे कहा कि यदि टीना डाबी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करना चाहें तो उन्हें मंज़ूर होगा।किताब की बात करें तो इसकी कीमत 199 रूपए हैं। 82 पेजों की यह किताब अमेज़न, फ्लिपकार्ट, अदि अन्य ऐप्स पर उब्लब्ध हैं।
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