Ramabai Ambedkar: जानें कौन थीं रमाबाई? जिन्होंने अंबेडकर को बनाया ‘बाबा साहेब’

India News(इंडिया न्यूज़), Ramabai Ambedkar: हर सफल इंसान के पीछे एक औरत का हाथ होता है। ऐसा तो हम अक्सर ही सुनते आए हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि बाबा साहेब कहे जाने वाले डॉ भीम राव अंबेदकर की सफलता के पीछे भी उनकी पत्नी का बड़ा हाथ था? डॉ भीम राव अंबेदकर ने ये खुद माना है की उनकी सफलता उनकी पत्नी रमाबाई की देन है। आज उन्ही रमाबाई की जयंती है।

हर वक्त अंबेदकर के साथ खड़ी रहीं रमाबाई

डॉ. बी.आर. अंबेडकर की पत्नी रमाबाई भीमराव अंबेडकर को उनकी विनम्रता और करुणा के कारण रमाई या माँ राम के रूप में याद किया जाता है। वे डॉ. बीआर अंबेडकर के समर्थन के सबसे मजबूत स्तंभों में से एक बनी रहीं। उन्होंने डॉ. बी.आर. अंबेडकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। जब अंबेडकर सामाजिक न्याय और समानता के लिए संघर्ष किया तो वे उनके साथ खड़ी रहीं। बाद मे भारतीय संविधान के वास्तुकार डॉ. बी.आर. अंबेडकर ने कहा कि उनके जीवन में रमाबाई की भूमिका बहुत प्रभावशाली थी और उन्होंने उन्हें उनकी वास्तविक क्षमता का एहसास कराने में मदद की थी।

रमाबाई का शुरुआती जीवन

रमाबाई का जन्म 1898 में हुआ था। उनके पिता एक मजदूर के रूप में काम करते थे और दाभोल के बंदरगाह से बाजार तक मछली की टोकरियां ले जाते थे। उनकी तीन बहनें और एक भाई था। कम उम्र में ही उनकी मां की मृत्यु हो गई। और अपने पिता की मृत्यु के बाद, बच्चे अपने चाचा के साथ रहने के लिए मुंबई चले गए।

प्यार से रामू बुलाते थे बाबा साहेब

रमाबाई ने 1906 में डॉ. बीआर अंबेडकर से शादी की। उस समय, डॉ. बीआर अंबेडकर 15 वर्ष के थे और वह 9 वर्ष की थीं। उस छोटी उम्र से ही, उन्होंने डॉ. बीआर अंबेडकर की महत्वाकांक्षाओं का समर्थन किया और उन्हें विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। जब डॉ. बीआर अंबेडकर उच्च शिक्षा के लिए विदेश गए, तो रमाबाई ने घर चलाया। भीम राव अंबेदकर उन्हे प्यार से रामू बुलाया करते थे।

अंबेडकर को बनाया ‘बाबा साहेब’

डॉ. बीआर अंबेडकर और रमाबाई की एक बेटी और चार बेटे थे। लेकिन उनके बेटे यषवंत को छोड़ उनके सभी बच्चे छोटी उम्क में ही मर गए थे। 27 मई, 1935 को, लंबी बीमारी के बाद, रमाबाई का 37 वर्ष की आयु में दादर, मुंबई में निधन हो गया। डॉ. बीआर अंबेडकर ने अपनी किताब थॉट्स ऑन पाकिस्तान में लिखा है कि कैसे रमाबाई उनके साथ खड़ी रहीं। उन्होंने उनके “हृदय की अच्छाई, उनके मन की बड़प्पन और उनके चरित्र की पवित्रता तथा उनके शांत धैर्य और कष्ट सहने की तत्परता” को याद किया।

ये भी पढ़ें-Realme Sale: Realme लेकर आया है धमाकेदार Valentine’s Day Sale, इन…

SHARE
SHIVANI MISHRA

Recent Posts

Rajya Sabha by-election: रवनीत सिंह बिट्टू को राज्यसभा भेजेगी बीजेपी, कल दाखिल करेंगे नामांकन

India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajya Sabha by-election: राज्यसभा उपचुनाव की तारीख की घोषणा हो…

3 months ago

Alwar News: हरियाणा से वापस अलवर जिले में पहुंचा टाइगर 2303, अब तक पांच लोगों को कर चुका है घायल

India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Alwar News: टाइगर 2303 अब हरियाणा से वापस अलवर जिले…

3 months ago

Bharatpur News: गर्भवती महिला को भूलवश ले गए आरबीएम अस्पताल, मौजूद नर्सिंगकर्मी ने की महिला की सहायता

India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Bharatpur News: भरतपुर के आरबीएम में महिला के अचानक प्रसव…

3 months ago

Bikaner News: देर रात गौ रक्षकों ने मुक्त करवाई सात गाय, पिकअप में ठूंस कर भरी थी गाय

India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Bikaner News: थाना इलाके के कानासर गांव में देर रात…

3 months ago

Sirohi News: घर पर अकेला पाकर वृद्ध विधवा महिला से दुष्कर्म और लूट, सात दिन बाद पुलिस को मिली सफलता

India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Sirohi News: आबूरोड रीको पुलिस ने सात दिन पूर्व वृद्ध विधवा…

3 months ago