India News(इंडिया न्यूज़ )Guru Pushya Yog 2023: ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि हर दिन कई प्रकार के नक्षत्र और योग का निर्माण होता है। जिनमें से कुछ शुभ होते हैं और कुछ अशुभ होते हैं। इसलिए जिस तरह एकादशी तिथि को सभी तिथियों सर्वश्रेष्ठ माना जाता है, ठीक उसी तरह पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा बताया गया है। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार, पुष्य नक्षत्र का निर्माण जब विशेष दिन पर होता है, जैसे रवि पुष्य, शनि पुष्य या गुरु पुष्य तो इन सभी योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। बता दें कि मई मास के अंत में गुरु पुष्य योग बनने जा रहा है, जिसमें सोने, चांदी या घर की खरीदारी और पूजा-पाठ करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है। वहीं देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक स्थलों के विकास और रखरखाव पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। विभाग के अन्तर्गत 593 मंदिर आते हैं और उनके रखरखाव के लिए 593 लाख रुपए दिए गए हैं।
मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना के अंतर्गत 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों के तीर्थ यात्रा के सपने को पूरा किया गया है। अब यह संख्या बढ़ाकर 40 हजार की जाएगी। इनमें से 36 हजार वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन से तीर्थ यात्रा कराई जाएगी और शेष नागरिकों को विमान द्वारा काठमांडू, नेपाल की तीर्थ यात्रा के सपने को साकार किया जाएगा।
बता दें, गुरु पुष्य योग का निर्माण ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन अर्थात 25 मई 2023, गुरुवार के दिन हो रहा है। यह योग सुबह 05:26 से शाम 05:55 तक रहेगा। बता दें कि इस दिन इसी समय पर सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग का भी निर्माण हो रहा है। धार्मिक दृष्टिकोण से देखें तो इस स्कंद षष्ठी व्रत रखा जाएगा।