जयपुर(Complete case of kidnapping of ANM Bhanwari Devi): राजस्थान में एक ऐसा केस जिसने हिलाकर रख दिया था पूरा प्रदेश जी हां इस केस में एएनएम भंवरी देवी के अपहरण का पूरा मामला है। इस कांड की छींटे राजस्थान की राजनीति पर भी पड़ी थी। भंवरी देवी हत्याकांड देश के हाईप्रोफाइल पॉलिटिकल स्कैंडल में से एक है।
इसके लपेटे में प्रदेश के कई रसूखदार सियासतदान भी आए थे। कुछ को तो इसकी बड़ी राजनीतिक कीमत भी चुकानी पड़ी। नर्स भंवरी देवी अपहरण एवं हत्याकांड की छींटे अशोक गहलोत पर भी आई थी। मामले ने जब तूल पकड़ा तो इसकी जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपी गई। नर्स भंवरी देवी की हत्या ने देश के साथ ही राजस्थान की राजनीति को भी हिलाकर रख दिया था।
सत्ता से जुड़े कई दिग्गजों के नाम भी इस मामले में आए थे। इसमें महिपाल मदेरणा और मलखान सिंह बिश्नोई का नाम खासतौर पर सामने आया था। बता दे कि महिपाल मदेरणा का निधन हो चुका है। ये दोनों ही राजस्थान में मंत्री रहे हैं। भंवरी देवी मामले में इनका नाम सामने आने के बाद राजस्थान में सियासी भूचाल आ गया था। विपक्षी दलों ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा था।
कई नेताओं के नाम इस मामले में सामने आए थे, जिन्हें राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ी। आज से तकरीबन 12 साल पहले वर्ष 2011 में राजस्थान की नर्स और लोकगायिका भंवरी देवी लापता हो गई थीं। बाद में पता चला कि उनकी हत्या कर दी गई है। इस मामले में राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री महिपाल मदेरणा और कांग्रेस विधायक मलखान सिंह बिश्नोई पर हत्या का आरोप लगा था। बाद में इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि सीबीआई को जांच की जिम्मेदारी दी गई।
सीबीआई की विशेष अदालत में केंद्रीय जांच एजेंसी ने महिपाल मदेरणा और मलखान समेत 17 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। आरोप पत्र में इन अभियुक्तों पर हत्या समेत कई गंभीर धाराओं के तहत आरोप लगाया गया था। करीब 100 पेज का आरोप पत्र तैयार करने में सीबीआई ने 300 से ज्यादा गवाहों के बयान लिए थे। स्वास्थ्य विभाग में एएनएम भंवरी देवी के पति अमरचंद ने पुलिस में रिपोर्ट लिखाई थी कि उसकी बीवी 20 दिनों से लापता है।
अमरचंद ने मदेरणा के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिखाई थी। बाद में पुलिस ने इस मामले में मदेरणा और फिर मलखान को गिरफ्तार कर लिया था। भंवरी देवी के गायब होने के कुछ दिनों बाद एक सीडी सामने आई थी, जिसमें मदेरणा और भंवरी देवी की कुछ तस्वीरें थीं। भंवरी के रिश्ते मदेरणा से बताए गए थे।
आरोप यह भी लगा था कि इन तस्वीरों के जरिए भंवरी देवी राजस्थान के तत्कालीन मंत्री महिपाल मदेरणा को ब्लैकमेल करती थीं। भंवरी देवी के रिश्ते मलखान से भी बताए गए थे। बताया गया था कि मलखान से भंवरी को एक बेटी भी पैदा हुई थी, जिसका वह लगातार हक मांगा करती थी। इस सीडी ने राजस्थान की सियासत को हिला कर रख दिया था। इस सीडी को बनवाने का आइडिया मलखान की बहन इंद्रा ने भंवरी को दिया था।
इंद्रा महिला और बाल विकास में सुपरवाइज़र के पद पर तैनात थीं और भंवरी देवी की सबसे करीबी दोस्तों में से एक थीं। इंद्रा इस सीडी के सहारे मदेरणा को ब्लैकमेल करके पद से हटवाते हुए अपने भाई मलखान को मंत्री बनवाना चाहती थीं। सीडी हथियाने के लिए विश्नाराम गैंग की मदद से भंवरी का अपहरण कराया गया था। भंवरी को जब गैंग दूसरे स्थान पर ले जाने लगा तो उन्होंने शोर मचाया था, ।जिसके बाद गला दबाकर उनकी हत्या कर दी गई थी। भंवरी की लाश को जलाकर उसकी राख को सड़क पर फेंक दिया गया था।