इंडिया न्यूज़, राजस्थान।
Wheat Production Decreased in Rajasthan : राजस्थान (Rajasthan) में गेहूं उत्पादन ( Wheat Production ) के आंकड़े इस बार पिछले साल की तुलना में कम है। प्रदेश में गेहूं अधिकतर श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ जिले में तथा कोटा जिले में पैदा होता है। पिछले साल के मुकाबले इस साल भी 20 फीसदी गेहूं की बुआई कमजोर है। गेहूं के 20 प्रतिशत एरिये में सरसों की बुआई की गई है। राज्य में गत वर्ष 110 लाख टन गेहूं की पैदावार हुई थी। इस बार यह आंकड़ा घटकर 90 से 95 लाख टन पैदा होने का अनुमान है। (Wheat Production Decreased in Rajasthan)
खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता (Babulal Gupta) ने बताया कि गेहूं व्यापारियों का अनुमान है कि मौसम अनुकूल होने के कारण गेहूं की किस्म में बहुत सुधार होने की संभावना है। यदि गेहूं बोल्ड और ब्राइटनेस लिए होता है तो समर्थन मूल्य से गेहूं के दाम ऊंचाई पर रहेंगे। यूक्रेन और रूस से बहुत बड़ी मात्रा में गेहूं का निर्यात होता है, जो देश यूक्रेन और रूस से गेहूं खरीदते थे, वह इस बार भारत की ओर रुख कर सकते हैं। इस कारण भी देश व प्रांत में गेहूं के भाव गत वर्ष के मुकाबले 10 से 15 प्रतिशत तेज रहेंगे। एफसीआई (FCI) को भी कम मात्रा में गेहूं मिलने की संभावना बनी है। (Wheat Production Decreased in Rajasthan)
श्रीगंगानगर (Ganganagar) की मण्डी से गत वर्ष 21 लाख कट्टे मिले थे। इस बार पैदावार की बात करें तो पैदावार 19 लाख कट्टे होने की संभावना है। पर एफसीआई को माल कम तुलेगा। यही स्थिति हनुमानगढ़ मंडी की हैं, जिसमें गत वर्ष 23.5 लाख कट्टे एफसीआई को तुले थे। इस बार 20 प्रतिशत पैदावार कम होगी। (Wheat Production Decreased in Rajasthan)
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