कोटा(Ashwini Vaishnav gave details to all zonal railways through press conference): केन्द्रीय रेल संचार एवं इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कल यानी शुक्रवार को रेल मंत्रालय से रेल बजट 2023-24 को लेकर वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए अश्विनी वैष्णव ने सभी जोनल रेलवे को स्टेट वाइज आवंटन खर्च और प्राप्तियों का विवरण ब्यौरा दिया। इस दौरान रेलमंत्री ने राजस्थान को मिले बजट की जानकारी दी। इस बजट आवंटन से राज्य में रेल की विभिन्न परियोजनाओं, अधोसंरचनात्मक कार्यों के साथ-साथ रेलवे के आधुनिकीकरण को गति मिलेगी।
वैष्णव ने बताया कि रेलवे ने ये कार्य योजना बनाई है कि अभी हर साल 4500 किलोमीटर नई रेल लाइन, आमान परिवर्तन व दोहरीकरण का कार्य किया जाता है। इसे बढ़ाकर 7000 किलोमीटर हर साल किया जाएगा। रेलवे लाइनों के दोनों ओर बसे गांवों व शहरों को जोड़ने के लिए इस साल 1000 फ्लाईओवर, फुट ओवर ब्रिज और सब-वे का निर्माण किया जाएगा। इन्हें इस प्रकार डिजाइन किया जाएगा ताकि इनमें बारिश के दिनों में पानी नहीं भरें।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इसके अतिरिक्त फ्लाईओवर के साथ फुट ओवर ब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा। इससे आमजन को लम्बा चक्कर नहीं लगाना पड़े। स्टेशनों के विकास पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में 1275 स्टेशनों को विकसित करने की कार्ययोजना बनाई गई है। 48 स्टेशनों पर पुनर्विकास का कार्य शुरू हो गया है। इन स्टेशनों का डिजाइन विरासत और विकास को ध्यान में रखकर किया जाएगा। स्टेशनों पर दिन-प्रतिदिन की जरूरतों की वस्तुओं को ध्यान में रखते हुए 2000 स्टेशनों पर जन सुविधा केन्द्र खोले जाएंगे।
टिकट और पूछताछ सम्बंधी समस्याओं के निवारण के लिए सिस्टम अपग्रेड किया जाएगा। इसके तहत वर्तमान में 25,000 टिकट प्रति मिनट की क्षमता को 10 गुना बढ़ाकर 2,25,000 और 4,00,000 लाख प्रति मिनट इन्क्वायरी की क्षमता को 40,00,000 लाख प्रति मिनट किया जाएगा। इसके साथ ही अश्विनी वैष्णव ने एक स्टेशन-एक उत्पाद और कम दूरी के लिये वन्दे मेट्रो ट्रेनों, हाइड्रोजन ट्रेन के बारे में भी जानकारी दी।
इसी तारतम्य में पश्चिम मध्य रेल कोटा मंडल के डीआरएम मनीष तिवारी ने मंडल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से रूबरू हुए। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर मंडल रेल प्रबंधक मनोज कुमार जैन उपस्थित रहे। बजट 2023-24 के अंतर्गत पमरे की विभिन्न परियोजनाओं और अन्य खर्चे के लिए बजट का आवंटन इस प्रकार से किया गया है-
1- नई लाइनों का निर्माण – रुपये 2014 करोड़।
2- दोहरीकरण/तिहरीकरण – रुपये 1521.30 करोड़।
3- ट्रैफिक फेसीलिटिस – रुपये 114.71 करोड़।
4- रोड सेफ्टी वर्क (लेवल क्राॅसिंग) – रुपये 18.74 करोड़।
5- रोड सेफ्टी वर्क (आरयूबी/आरओबी) – रुपये 574.03 करोड़।
6- ट्रैक रिन्यूवल – रुपये 1090 करोड़।
7- ब्रिज वर्क/टनल वर्क – रुपये 100 करोड़।
8- सिगनल एंड टेलीकम्युनिकेशन – रुपये 207.10 करोड़।
9- इलेक्ट्रिकल वर्क – रुपये 106.07 करोड़
10- कस्टमर एमेनिटीस- रुपये 250.10 करोड़।
11- अन्य योजनाओं के अंतर्गत- रुपये 2878.25 करोड़।