इंडिया न्यूज़, Udaipur Weather Update: राजस्थान में दो दिन से हो रही लगातार बारिश पिछले कई साल के रिकॉर्ड तोड़ती जा रही है। इस बारिश से प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। यह हाल कुछ उदयपुर शहर का भी नजर आ रहा है। उदयपुर में 16 साल बाद ऐसा हुआ है कि आयड़ नदी पूरे वेग से बह रही है। इससे पहले 2006 में ऐसा ही कुछ देखने को मिला था। इस बारिश से सालों से सूखी पड़ी या कम बहाव वाली नदियां भी उफान पर हैं।
यह नदी शहर को दो हिस्सों में बांटती है। इस कारण इस शहर को पूर्व का वेनिस भी कहा जाता है। यही नहीं इस साल हुई बारिश से सभी लेक भी ओवरफ्लो हैं। बारिश के बाद हुए इन हालातों को देखते हुए प्रशासन ने बुधवार को स्कूल और आंगनबाड़ी में छुट्टी घोषित कर दी। आयड़ नदी में बहाव के कारण 50 से ज्यादा गांवों से शहर का संपर्क टूट गया है। आयड़ नदी को बरसाती नदी माना जाता है। इससे पहले वर्ष 2006 में आयड़ उफान पर थी।
प्रदेश में दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। प्रदेश में सबसे ज्यादा बरसात झालावाड़ में 11.3 इंच हुई। वहीं राजधानी जयपुर में भी मंगलवार को बादल जमकर बरसे। इस भारी बारिश से 33 में से 26 जिलों में अब तक औसत से करीब 20% ज्यादा बारिश हो चुकी है।वहीं इस बारिश के चलते 22 में से तीन बांध तो पूरी तरह भर गए। इन बांधों के भरने से अब आसपास के शहर और गांवों में बाढ़ का खतरा भी बढ़ने लगा है। अगर एक इंच भी बारिश होती है तो बांधो से पानी आसपास के क्षेत्र में जा सकता है।
राज्य में दो दिन हो रही लगातार बारिश से करीब 10 जिले संकट में हैं। कई जगहों से लोगों को रेस्क्यू किया गया है। ऐसे हालातों से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पांच जिलों में तैनात हैं। यही नहीं सेना को भी राज्य में मदद के लिए बुलाया गया है। झालावाड़ में सेना की एक यूनिट भी बुलाई गई है। वहीं कोटा बैराज(Kota Barrage Dam) से पानी छोड़ा गया तो धौलपुर और करौली में हालात बिगड़ने लगे। धौलपुर के 25 और करौली के 6 गांव खाली कराने पड़े।
मौसम की माने तो आज भी राज्य के कईं जिलों में बारिश का दौर जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने आज भी 10 जिलों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। आज राजधानी जयपुर के साथ बीकानेर, जैसलमेर, बाडमेर, जालोर, सिरोही, प्रतापगढ़,उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा जिलों में बारिश की संभावना जताई है।
इस भारी बारिश के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। धौलपुर और झालावाड़ में हजारों लोग पानी में फंसे हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यू करना पड़ रहा है। वहीं बारां के छबड़ा क्षेत्र में फसें लोगों को एयरलिफ्ट करना पड़ा है। ऐसे हालातों से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की करीब 20 टीमें प्रदेशभर में तैनात हैं। वहीं मौसम विभाग ने 26 अगस्त के बाद से बारिश का दौर धीमा पड़ने की संभावना जताई है।
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