राजस्थान के कोटा में चम्बल नदी (Chambal river) के पास नहाने और लापरवाही करते हुए वहां तक पहुंचने से लोग अभी भी बाज नहीं आ रहे हैं. इसकी वजह से आए दिन चम्बल में डूबने से मौत हो रही है.
इसके बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे, ना ही प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई कर रहा है. ऐसे में कोटा में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (Engineering Entrance Exam) की तैयारी कर रहे दो कोचिंग छात्रों की डूबने से मौत हो गई. दोनों के शव को बाहर निकाल लिया गया है.
शहर के आरके पुरम थाना इलाके के गेपरनाथ महादेव मंदिर के नजदीक चंबल नदी में नहाते हुए दो कोचिंग छात्र डूब गए. तीन दोस्त गुरुवार को नहाने के लिए गए थे, जहां पर दो दोस्त गहरे पानी में चले गए और डूब गए. इसकी जानकारी तीसरे छात्र ने स्थानीय लोगों और हॉस्टल संचालक के जरिए पुलिस तक पहुंचाई.
घटना की सूचना मिलने के बाद देर रात ही नगर निगम की गोताखोर टीम ने रेस्क्यू शुरू किया था, लेकिन अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू नहीं हो पाया. शुक्रवार सुबह से ही ऑपरेशन को शुरू कर दिया गया है जिसके बाद स्कूबा डाइविंग कर करीब 30 फीट नीचे से दोनों के शव को बाहर निकाला गया.
पुलिस उप अधीक्षक प्रथम अमर सिंह राठौड़ ने बताया कि मृतक छात्रों में बिहार के बुंदेलखंड का निवासी रवि मेहरा (20) वर्ष और मध्य प्रदेश के सागर जिले का निवासी नैतिक (17) वर्ष है. वहीं सूचना देने वाला छात्र मयंक मिश्रा है. तीनों इंद्र विहार स्थित एक हॉस्टल में रहते थे.
दोनों मृतक छात्र कोटा के अलग-अलग कोचिंग संस्थानों में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. गोताखोरों ने दोनों के शव को बाहर निकालकर पुलिस को सुपुर्द कर दिया है. मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है. उनके आने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है.