India News (इंडिया न्यूज़),(Wajahat Akhtar), Tonk News: राजस्थान के टोंक में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां नारकोटिक्स इंस्पेक्टर बनकर केमिस्ट को धमकाने और वसूली मामले में केमिस्ट एसोसिएशन का गतिरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। आज भी टोंक जिला मुख्यालय पर शहर भर के केमिस्ट मेडिकल व्यवसाययों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर जिला कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर एडीएम को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद सभी पैदल मार्च कर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए एसपी ऑफिस पहुंचे। जहां उन्होंने एसपी राजर्षि राज को ज्ञापन देकर मामले की जांच निष्पक्ष करवाकर दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी का कहना है कि जिस तरह से असंवैधानिक तरीके से कार्यवाही की गई, हम उसका विरोध कर रहे हैं।
इंडिया न्यूज़ के संवाददाता वजाहत अख्तर के अनुसार, बता दें कि टोंक जिला मुख्यालय पर पटेल दुकानदार गौरव सैनी को 2 सितम्बर को दोपहर तीन बजे एक कार में तीन चार लोग आए और खुद को नारकोटिक्स अधिकारी बताने लगे। दुकानदार से उन्होंने पूछताछ करने की कहकर बंमोर रोड के पास कृष्णा गेस्ट हाउस में चलने को कहा। नहीं जाने पर NDPC केस में फंसाने की धमकी दी। ऐसे में दुकानदार ने कुछ अन्य मेडिकल दुकानदारों को इसकी जानकारी देते उनके साथ गेस्ट हाउस चला गया। जहां उसके साथ मारपीट कर उसका मोबाइल व पर्स छीन लिया। इसके बाद मोबाईल तो वापस कर दिया, लेकिन पर्स वापस नही दिया। कुछ देर बाद ही कई दुकानदार गेस्ट हाउस पहुंच गए और हंगामा खड़ा कर दिया। फिर उस इलाके के पुरानी टोंक थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मेडिकल दुकानदार को छुड़ाकर नारकोटिक्स इंस्पेक्टर व उसके तीन अन्य दोस्तों को शांति भंग में गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें कि पीड़ित ने कोतवाली में मामला दर्ज करा दिया है जिससे आगे की कार्रवाई कोतवाली पुलिस कर रही। पीड़ित ने आरोपियों द्वारा 50 लाख रुपये मांगने की भी बात रिपोर्ट में दर्ज कराई है। इसकी भी जांच की जा रही है। तो वही अगस्त में की गई कार्यवाही के दौरान नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी ने सुभाष बाज़ार स्थित मेडिकल संचालक को जयपुर बुलाकर 50 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया तब उन्होंने बताया कि अगस्त में हुई कार्यवाही के बदले में दिए नोटिस देकर उन्हें जयपुर की चौकी ढाणी बुला लिया और उससे बड़ी चौथवसूली का प्रयास किया।