(जयपुर): राजस्थान सरकार की ओर से जारी विज्ञापनों में सरदार पटेल की तस्वीर नदारद रहने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. सोमवार यानी 31 अक्टूबर को पीएम मोदी ने कांग्रेस नेताओं को भारत को एकजुट रखने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी से जुड़ने की सलाह दी.
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर यह हमला ऐसे समय में किया है, जब उसके नेता राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर निकले हैं और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस पश्चिमी प्रदेश में चुनाव प्रचार अभियान चला रहे हैं. गहलोत के हाथों में कांग्रेस की गुजरात में चुनावी रणनीति की कमान है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस ने राज्य के कम से कम दो प्रमुख अखबारों में पूरे पन्नों का विज्ञापन दिया है. आज सरदार पटेल की जयंती है. इन विज्ञापनों में उन्होंने सरदार पटेल की एक भी तस्वीर नहीं लगाई है. वह देश के और कांग्रेस के बड़े नेता थे और जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व वाली सरकार में उप प्रधानमंत्री थे.’
प्रधानमंत्री ने यहां जलापूर्ति से संबंधित 8000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की शुरुआत की और मुख्य नर्मदा नहर से कसारा-दंतीवाड़ा पाइपलाइन सहित कई परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद वह एक रैली को संबोधित कर रहे थे.
‘भारत जोड़ो यात्रा’ की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा, ‘वे देश को जोड़ना चाहते हैं. पहले सरदार पटेल से तो जुड़िए, जिन्होंने देश को एकजुट किया है. यह सरदार पटेल का अपमान है.
गुजरात की जनता इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी.’ कांग्रेस शासित राजस्थान सरकार ने सोमवार को यहां के गुजराती अखबारों में अपनी उपलब्धियों का बखान करते हुए विज्ञापन दिए थे.
मोदी ने इस अवसर पर सुजलाम सुफलाम नहर योजना का विरोध करने के लिए गहलोत पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘जब मैं ‘मुख्यमंत्री गुजरात’ था तब राजस्थान के मुख्यमंत्री भी वही थे जो आज हैं.
उन्होंने सुजलाम सुफलाम नहर योजना का विरोध करते हुए मुझे पत्र लिखा था, लेकिन मैंने उनसे कहा था कि आपको जो करना है कीजिए, लेकिन यह परियोजना आगे बढ़ेगी क्योंकि इससे उत्तर गुजरात के लोगों को लाभ होगा.’
मुख्य नर्मदा नहर से कसारा दंतीवाड़ा पाइपलाइन सहित जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई. उन पर 1560 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. अधिकारियों के मुताबिक, इस परियोजना से पानी की आपूर्ति बढ़ेगी और क्षेत्र के किसानों के लिए यह फायदेमंद साबित होगी.
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कई अन्य परियोजनाओं की घोषणा की, जिनमें सुजलाम सुफलाम नहर को मजबूत करना, मोढेरा-मोती दाऊ पाइपलाइन का मुक्तेश्वर बांध-कर्मावत झील तक विस्तार, संतालपुर तालुका के 11 गांवों के लिए लिफ्ट सिंचाई योजना आदि शामिल हैं.