जयपुर: (PM’s speech in Rajya Sabha) राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए आक्रमक अंदाज में पीएम मोदी ने विपक्ष को लताड़ लगाई। पीएम ने कहा कि “देश देख रहा है कि एक अकेला कितनों को भारी पड़ रहा है।” अर्थात पीएम ने इस बयान से यह उल्लेख से करने का प्रयास किया कि तमाम मुश्किलों के बीच एक अकेला(पीएम मोदी) आदमी हर चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है।
विपक्ष दबाने की जितनी भी साजिशें कर लें, ये अकेला व्यक्ति ही तमाम चुनौतियों के लिए काफी है। विपक्ष के सांसद पीएम के भाषण के दौरान लगातार नारेबाजी करते रहे, पीएम ने उनकी नारेबाजी का जवाब देते हुए कहा कि ये नारे भी हमारी वजह से लगा पार रहे हो।
दरअसल, आज पीएम मोदी पूरे भाषण के दौरान विपक्ष पर आक्रमक रहे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जितना अधिक “कीचड़” फेंकेंगे, उतना बड़ा “कमल” खिलेगा। विपक्षी दलों द्वारा उन पर और उनकी सरकार पर लगाए गए आरोपों के जवाब में मोदी ने माणिक वर्मा की कविता का हवाला देते हुए कहा, “कीचड़ उनके पास था, मेरे पास गुलाल। जो जिस के पास था, हमने दिया उछाल।” मोटे तौर पर, इसका मतलब है कि उनमें गंदगी थी और मेरे पास ‘गुलाल’ था, जिसके पास जो था वह हवा में उड़ा दिया।
प्रधानमंत्री ने अपने शासन के दौरान विकास में बाधा उत्पन्न करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत ने छह दशक खो दिए जबकि छोटे देशों ने प्रगति की। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी (कांग्रेस) जिम्मेदारी थी कि जब नागरिक समस्याओं का सामना कर रहे थे तो समाधान प्रदान करें लेकिन उनकी प्राथमिकता और इरादा अलग था।
हम नागरिकों के सामने आने वाली चुनौतियों का स्थायी समाधान खोजने के लिए काम कर रहे हैं। जबकि उन्होंने केवल सत्ता में बने रहने की राजनीति की। उन्होंने सबसे पुरानी पार्टी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने एक नींव बनाने की कोशिश की होगी, जैसा कि खड़गे जी ने दावा किया था, लेकिन उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान केवल गड्ढे खोदे।