इंडिया न्यूज: (Uproar over Baba Ramdev’s controversial statement) राजस्थान के बाड़मेर जिले में बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की ओर से एक धार्मिंक सभा में दिए गए विवादित बयान के मामले में नया मोड़ सामने आ गया है। इस विवादित बयान के बाद बाड़मेर के चौहटन थाने में मामला दर्ज कराने वाले परिवादी (Complainant) ने खुदको झांसे में लेकर दर्ज कराया गया मामला बताया है।
परिवादी ने बाड़मेर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर कहा है कि मैंने बाबा रामदेव के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं कराया है, मुझे झांसे में लेकर फर्जी साइन कराए गए थे। मैं कोई केस करना नहीं चाहता हूं।
हाल ही में राजस्थान के बाड़मेर जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में इस्लाम धर्म को लेकर योग गुरु बाब रामदेव ने कहा था कि नमाज के बाद कुछ भी कीजिए सब जायज है। रामदेव ने कहा कि फिर चाहे हिन्दू लड़कियों को क्यों न उठा लिया जाए। बाबा रामदेव ने इस दौरान ईसाई धर्म पर भी हमला बोला था। उसके कुछ समय बात योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ बाड़मेर जिले के चौहटन थाने में धारा 153-ए, 295-ए और 298 भारतीय दंड संहिता के तहत एक मामला दर्ज हुआ था।
लेकिन परिवादी का कहा कि मैं नहीं चाहता कि बाबा रामदेव के खिलाफ किसी तरीके का मामला दर्ज हो। न ही मैंने यह मामला दर्ज करवाया है। परिवादी का यह कहना है कि उसकी जमीन का विवाद कोर्ट में चल रहा था। उसी को लेकर वकील ने उसे बुलाया था। थाने बुलाने के बाद में उससे जब साइन करवाए गए थे तब उसने वकील और थानेदार को भी इस मामले में अवगत करवाया था कि वह कोई मामला दर्ज नहीं करवाना चाहता है।