गोपेंद्र नाथ भट्ट
Swachh Bharat Mission in Rajasthan : नई दिल्ली/मैसूर/डूंगरपुर। दक्षिणी राजस्थान के उदयपुर संभाग की ऐतिहासिक डूंगरपुर शहर देश की हर निकाय के लिए प्रेरणा बनता जा रहा है। सोमवार सुबह डूंगरपुर नगर परिषद के पूर्व सभापति एवं भाजपा स्वच्छ भारत मिशन राजस्थान के संयोजक केके गुप्ता (KK Gupta) ने मैसूर नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता (Anuj Gupta) से शिष्टाचार मुलाकात की। गुप्ता ने भेंट के दौरान पालिका अध्यक्ष को डूंगरपुर स्वच्छता की साक्षी पुस्तक भेंट की। (Swachh Bharat Mission in Rajasthan)
अनुज गुप्ता (Anuj Gupta) ने कहा कि स्वच्छता का मॉडल कहा जाने वाला डूंगरपुर असलियत में स्वच्छता का साक्षी है। केके गुप्ता (KK Gupta) की नुमाइंदगी में डूंगरपुर में वह मुकाम हासिल किया जो अमूमन किसी निकाय के लिए सपने से कम नहीं है। स्वच्छता देशवासियों के लिए महत्वपूर्ण है। स्वच्छता की लड़ाई आजादी से भी बड़ी लड़ाई है, इसमें किसी शस्त्र की आवश्यकता नहीं है केवल मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है। आज विश्व में स्वच्छता की प्रतियोगिता जरूर चल रही हैं लेकिन वास्तविकता में हमारा देश स्वच्छता में पूर्ण नहीं हुआ है। आज शहरों, गांवों में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं ऐसे में हमें कचरे के निस्तारण की प्रक्रिया को गंभीरता से निष्पादन करने की आवश्यकता है। (Swachh Bharat Mission in Rajasthan)
अनुज गुप्ता (Anuj Gupta) ने कहा कि हमें डूंगरपुर की तर्ज पर घरों से नियमित कचरा समय पर उठाना, सूखा गीला कचरा अलग-अलग होना चाहिए। जो भी व्यक्ति कचरा सड़कों पर अथवा खुले स्थानों पर डालें उस पर दंडात्मक कार्रवाई की जावें। स्वच्छता के सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग एवं पेंटिंग कर संदेश दिया जाए। शहर में रात्रि कालीन सफाई व्यवस्था, खुले जानवरों पर प्रतिबंध, प्लास्टिक पर दंड, सार्वजनिक टॉयलेट को दिन में तीन- चार बार साफ करना, खाली पड़े प्लॉटों की सफाई को महत्वपूर्णता से करना तथा विद्यालयों में बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताना इसकी महत्वता को समझाना भी प्रतियोगिता एवं अन्य तरीकों से आवश्यक होगा। (Swachh Bharat Mission in Rajasthan)
गंदगी से होने वाली बीमारियां टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू, बुखार, उल्टी व दस्त जो कि जानलेवा हैं। प्रतिवर्ष 3 लाख बच्चे इसका शिकार हो रहे हैं, व्यक्ति बीमार पड़ रहा है तथा बीमारियों से आमजन का महत्वपूर्ण खर्चा बीमारियों में लग रहा है। उनकी उम्र घट रही हैं जिसे बचाना आवश्यक है। देश के जल संचय अभियान में डूंगरपुर निकाय ने पूरे देश के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। निकाय ने पारंपरिक जल स्त्रोतों के पुनर्निर्माण के ऊपर काम किया है जिस तरह से जल संरक्षण और जल संवर्धन पर काम किया उसमें देश की निकायों के लिए एक नजीर पेश की है। जो स्पंदन हम जल शक्ति अभियान के माध्यम से दूसरे शहरों में पैदा करना चाहते थे डूंगरपुर शहर उन सभी शहरों के लिए एक आदर्श उदाहरण है। पूर्व सभापति श्री केके गुप्ता (KK Gupta) ने जल संचय अभियान में देश में उत्कृष्ट कार्य किया है। सभी देश के निकाय भी डूंगरपुर का अनुसरण कर जल संचय अभियान को सफल बनाने में लगी हुई है। (Swachh Bharat Mission in Rajasthan)
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