राजस्थान:(Millions of people reach to visit some of the patriotic places of India): भारत में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की तैयारियां अंतिम पड़ाव पर है। कल यानी 26 जनवरी को भारत के कोने-कोने में गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। इस ख़ुशी के मौके पर भारत की कुछ देशभक्ति जगहों पर लाखों लोग घूमने के लिए पहुंचते हैं। जैसे-दिल्ली में इंडिया गेट, लाल किला आदि जगहों पर गणतंत्र दिवस सेलिब्रेट करने पहुंचते है।
एक तरह से भारत में इसे महोत्सव की तरह मनाया जाता है। आज हम आपको इस लेख में राजस्थान की कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां देश के हर कोने से लोग 26 जनवरी को सेलिब्रेट करने के लिए पहुंचते हैं।
26 जनवरी को राजस्थान में सबसे पहले जैसलमेर में मौजूद वार म्यूजियम में जाए, कहा जाता है कि इस वार म्यूजियम को साल 1971 में लड़ी ‘लोंगेवाला की लड़ाई’ में शहीद सैनिकों को सम्मानित करने के लिए की गई थी। इस वार म्यूजियम में टैंकों, तोपों और सैन्य वाहनों के साथ, ट्राफियां और पुराने उपकरणों का भी प्रदर्शन किया जाता है।
इसमें भारतीय सेना, प्रथम विश्व युद्ध, चक्र योद्धाओं, सियाचिन योद्धाओं की उपकरण और तस्वीरें भी हैं। वार म्यूजियम पर्यटकों के लिए प्रतिदिन सुबह 10.00 बजे शाम 6.00 बजे तक खुला रहता है। यहां एंट्री फीस नहीं है।
राजस्थान की एक ऐसी जगह जहां सिर्फ 26 जनवरी ही नहीं बल्कि हर समय देशी और विदेशी सैलानी देशभक्तों को याद कर पहुंचते हैं। अगर आप साल 1971 के युद्द की जीत को अपनी यादों में ताजा करना चाहते हैं, तो आपको यहां जरुर जाना चाहिए।
गणतंत्र दिवस के मौके पर यहां परेड के साथ-साथ रिट्रीट समारोह का भी आयोजन होता है। इस बॉर्डर के पास तनोट माता मंदिर है जो काफी लोकप्रिय मंदिर है। जैसलमेर से लोंगेवाला बॉर्डर लगभग 123 किमी दूर है।
26 जनवरी को एक बेहतरीन अंदाज में सेलिब्रेट करना चाहते है, तो आपको मुनाबाव बॉर्डर पर परिवार या दोस्तों के साथ जाना चाहिए। बता दें कि यहां भारत-पाकिस्तान का बॉर्डर लगता है और 26 जनवरी के मौके पर हजारों लोग घूमने के लिए पहुंचते हैं।
26 जनवरी के दिन यहां देश भक्ति कार्यक्रम का आयोजन होता है और साथ में परेड का भी आयोजन होता है। कहा जाता है कि पाकिस्तान के मध्य चलने वाली रेल, थार एक्सप्रेस, मुनाबाव से ही चलती है।