India News (इंडिया न्यूज़), Sikar News: राजस्थान के सीकर कलेक्ट्रेट में मीटिंग के दौरान पीसीसी चीफ डोटासरा और विधायक राजेंद्र पारीक के बीच नोकझोंक देखने को मिली। दरअसल, दोनों नेताओं के बीच नोकझोंक नवलगढ़ पुलिया में जलभराव को लेकर हुई।
उन्होंने अदाओं ने एक दूसरे के ऊपर आरोप लगाए। डोटासरा ने अधिकारियों पर जैसे ही काम न करने का आरोप लगाया तो राजेंद्र पारीक ने बीच में रोककर कहा कि अधिकारी पूरी तरह से काम कर रहे हैं। सीकर कलेक्ट्रेट सभागार में प्रभारी मंत्री शकुंतला रावत के सामने बजट घोषणाओं की बैठक के बाद दोनों नेताओं के बीच नोकझोंक का मामला शुरू हुआ और धीरे-धीरे मामला बढ़ता ही चला गया।
विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने नवलगढ़ रोड जल निकासी और रोड पुलिया फोरलेन प्रोजेक्ट को लेकर अधिकारियों से जवाब मांगा। जिसके बाद विधायक पारीक ने डोटासरा को लक्ष्मण नगर विधानसभा पर ध्यान देने को कह कर यह कहा कि हमारी विधानसभा क्षेत्र सीकर में दखलअंदाजी ना करें।
वही राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर ने ट्वीट करते हुए कहा कि दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान की गहलोत और पायलट के बीच मामला हल कराने की कोशिश से पहले सीकर में मीटिंग में कांग्रेस नेताओं के बीच की कला ने यह साबित कर दिया कि कांग्रेस में अंतर्विरोध चरम पर है।
कांग्रेस के नेता को जनता से कोई मतलब नहीं है उन्हें सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने से मतलब है। राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने जिस तरीके से सबके सामने अपनी पार्टी के वरिष्ठ एमएलए के साथ गलत व्यवहार किया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस की पाठशाला में वरिष्ठ नेताओं का अपमान करना ही बताया और सिखाया जाता है।
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