India News (इंडिया न्यूज़), Sikar: राजस्थान के सीकर जिले में एक सरकारी स्कूल जिसका नाम ‘हाई सेकेंड्री स्कूल खंडेला’बताया जा रहा है। इस स्कूल के छात्रों को प्रार्थना की जगह अल्लामा इकबाल की नज़्म पढ़ाई जानें का मामला सामने आया है। जिसका अभिभावकों ने विरोध दर्ज करवाया है। बता दें कि इस मामले में हिन्दू संगठनों ने स्कूल के अंदर सनातन मान्यताओं के अपमान का आरोप लगाया है।
छात्रों को इस बात का विरोध करने या किसी को इस संबंध में बताने पर नाम काटने की धमकी भी दी गई थी। स्थानीय प्रशासन पर भी विरोध करने वाले हिन्दू संगठन के सदस्यों पर कार्रवाई का आरोप है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला राजस्थान के सीकर के खंडेला का है। यहाँ के हायर सेकेंड्री स्कूल में लगभग 80% छात्र हिन्दू समुदाय के हैं।
आपको बता दें कि कक्षा 11 के एक छात्र ने बताया कि पिछले 1 माह से स्कूल में सर्वधर्म प्रार्थना के बजाय ‘लब पे आती है दुआ’ की नज़्म पढ़ाई जा रही थी। इस दौरान हमे नमाज़ की मुद्रा में हाथ भी जोड़ने के लिए कहा जाता था। ऐसे करने के लिए बाध्य करने वालों में अब तक टीचर प्यारेलाल मीणा और संविदा पर काम कर रहे एक मुस्लिम अध्यापक का नाम सामने आया है। छात्रों ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी तो उन्होंने सोमवार यानी 23 अक्टूबर 2023 को स्कूल पहुँच कर विरोध जताया।
Hindu students at a Govt school in Sikar, Rajasthan, are being asked to perform namaz. Hindu students told not to wear their religious icons. Pictures of Goddess Saraswati on their school IDs blacked off. Rajasthan is an 80% Hindu majority state. Never re-elect the evil @INCIndia pic.twitter.com/LsicO6ydsf
— Rakesh Krishnan Simha (@ByRakeshSimha) October 31, 2023
बता दें कि अभिभावकों की शिकायत का विद्यालय प्रशासन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। स्कूल में ये सब ऐसा का ऐसा ही चलता रहा। यहाँ तक कि अपने घर शिकायत करने वाले हिन्दू छात्रों को ही उल्टा प्रताड़ित किया जाने लगा। आरोपित टीचरों द्वारा कुछ छात्रों के तिलक पोछे गए जबकि रामस्वरूप नाम के टीचर द्वारा एक छात्र को कलावा उतार कर स्कूल आने के लिए कहा गया। कुछ छात्रों का आरोप है कि जब सर्वधर्म की प्रार्थना हुआ करती थी तब भी मुस्लिम छात्र अपने हाथ दुआ के अंदाज़ में जोड़े रहते थे।
इसके बाद जब इस मामले की जानकारी हिन्दू संगठनों को हुई तब उन्होंने शुक्रवार यानी 27 अक्टूबर 2023 को स्कूल के बाहर धरना दिया। जिसमें छात्रों के साथ उनके माता-पिता भी शामिल हुए। सभी ने आरोपित टीचरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग उठाई। प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत कर के मामले के समाधान का प्रयास किया। फ़िलहाल स्कूल में नज़्म बंद करवा दी गई है और सर्वधर्म की प्रार्थना करवाई जा रही है।