इंडिया न्यूज, जयपुर:
Rajgarh Temple Demolition Case : कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता भँवर जितेंद्र सिंह राजगढ़ की जनता से किया वादा निभाते हुए मंदिर व अन्य तोड़फोड़ प्रकरण में एसडीएम, पालिका ईओ व पालिका अध्यक्ष को निलंबित करा दिया है। भँवर जितेंद्र सिंह राजगढ़ की पीड़ित जनता से ये वादा करके आये थे कि तुम्हारा दर्द मेरा दर्द है, दोषी बचेंगे नहीं चाहे वे सरकार के अफसर ही क्यों ना हो। वे तमाम काम छोड़ कर सीधे जयपुर पहुंचे मुख्यमंत्री को अपनी बात बता दी, आज सोमवार को आफिस खुलते ही दोषियों की फाइल निपट गई।
बड़ी बात ये है कि भँवर जितेन्द्र सिंह(Bhanwar Jitendra Singh) ने मंदिर-दुकान तोड़ने का प्रस्ताव लेने वाले भाजपा के नगर पालिका अध्यक्ष की निष्काषित कराने के लिए बालक नाथ, किरोड़ी लाल मीणा व अन्य भाजपा नेताओं से मौके पर कहा था लेकिन भाजपा वालो ने कोई कार्रवाई अध्यक्ष पर नहीं की तो उन्होंने सरकार से निलंबित कर जनता की मांग पूरी की। राजगढ़ मामले में भँवर बहुत गम्भीर नजर आये, वे उत्तरप्रदेश में कांग्रेस आलाकमान की अहम जिम्मेदारी पर दौर रद्द कर राजगढ़ पहुंचे। वहां साफ कहा राजगढ़ मेरा घर है, दोषी कोई नहीं बचेगा चाहे सरकार के अफसर हो या कोई भी।
उस समय भाजपा के सांसद बालक नाथ, किरोड़ी लाल मीणा सहित कई नेता उनसे टकरा भी गए, इस पर भँवर ने उनसे हेल्दी राजनीति करने की अपील की। साथ ही कहा कि इस मामले पर राजनीति नहीं करके जनता के दर्द को समझना है। वे राजगढ़ प्रशासन से बड़े नाराज नजर आये। इसका परिणाम निलंबन से आ गया। पूरे क्षेत्र में भँवर की जयकारे हैं। बड़ी बात ये है कि उनकी अन्य मांगों की लिए भी अफसर नियुक्त कर दिए हैं, कलेक्टर इसको देख रहे है। इस मामले में खुद भँवर जितेंद्र सिंह पल-पल की रिपोर्ट अफसरों से ले रहे हैं।
इस कार्रवाई से कांग्रेस व राज्य सरकार का ग्राफ जनता की नजर में ऊंचा हुआ है। पीड़ितों के दिलों को भँवर की कार्रवाई से ठंडक महसूस हुई है। उनकी अन्य मांगे पूरी होने का रास्ता खुला है। लोगों की मानें तो इतनी जल्दी बड़ी कार्रवाई से पीड़ितों के चेहरों पर रोनक लौट ने लगी है। साथ ही भाजपा की धरना राजनीति को धक्का लगा है। बहरहाल, भँवर जितेंद्र सिंह ने एक बार फिर दिखा दिया कि उनके सामने जनता सर्वोपरि है, दोषी कोई भी हो माफ नही होंगे।