Jaipur: आज जयपुर में अनुसूचित जाति और जनजाति की महापंचायत होगी। बता दें इसमें कई बड़े मुद्दे और मांगें सामने आने वाली हैं। हालांकि आयोजक इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते हैं। ये कार्यक्रम शहर के शिप्रापथ पुलिस थाने के सामने आवासन मण्डल की खाली जमीन पर शुरू होगा। इसमें प्रदेश के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। इसके साथ ही बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना है। इसके लिए कुछ जगहों पर बसों के इंजताम भी किए गए हैं। आयोजकों का मानना है कि एक लाख से कम भीड़ नहीं होगी। यहां पर पूरी तैयारी की गई है।
इस महापंचायत में दो फीसदी आरक्षण बढ़ाने की मांग प्रमुख रहेगी। दो अप्रैल 2018 के मामले में 60 लोगों पर दर्ज मुकदमें हटाने की भी मांग की जाएगी। वहीं जनसंख्या के हिसाब से लाभ और आरक्षण दिए जाने की मांग भी की जाएगी। अनुसूचित जाति जनजाति महापंचायत के मंच से राजनीतिक बयानबाजी न किए जाने की बात बताई गई है। अशोक गहलोत सरकार के कई मंत्री और प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र से विधायक भी इस भाग लेंगे। महापंचायत में समाज से एकजुटता का परिचय देने की अपील भी की गई है। राजस्थान विवि की पूर्व अध्यक्ष पूजा वर्मा का कहना है कि हमें अपने अधिकरों के लिए एकजुट होना पड़ेगा। हमसब एक हैं।
अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति की कल जयपुर के मानसरोवर में बड़ी महापंचायत। आज बताई क्या है कल की मांग। pic.twitter.com/g4g1AqL9o0
— Santosh kumar Pandey (@PandeyKumar313) April 1, 2023
वहीं महापंचायत के सचिव जीएल वर्मा ने बताया- राजस्थान सरकार के स्तर पर 22 मांग लंबित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ही नहीं केन्द्र सरकार के पास भी 14 डिमांड पेंडिंग हैं जिनकी ओर ध्यान दिलाया जाएगा। राजस्थान से अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी और एसटी) की 22 पेंडिंग मांगों को लेकर महापंचायत की जा रही हैं। जयपुर के मानसरोवर ग्राउंड में हो रही महापंचायत में केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ दलित और आदिवासियों ने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है।
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